कन्याकुमारी रेलवे स्टेशन की बदलेगी सूरत
पुनर्विकास के लिए स्थलाकृतिक सर्वेक्षण पूरा, मिट्टी की जांच प्रगति पर
परियोजना का उद्देश्य कन्याकुमारी को विश्व स्तर के रेलवे स्टेशन में अपग्रेड करना है
कन्याकुमारी/दक्षिण भारत। दक्षिण रेलवे ने रेल उपयोगकर्ताओं के लिए विश्व स्तरीय माहौल और हवाईअड्डे जैसी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए कन्याकुमारी स्टेशन के पुनर्विकास का बीड़ा उठाया है। इस संबंध में प्रारंभिक कार्य के हिस्से के रूप में स्थलाकृतिक सर्वेक्षण पूरा हो चुका है। इसके अलावा परियोजना स्थल के लिए मिट्टी की जांच का कार्य प्रगति पर है।
पिछले साल 23 नवंबर को 49.36 करोड़ रुपए की राशि पर मैसर्स इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स इंडिया लिमिटेड, चेन्नई को ईपीसी अनुबंध के रूप में 'कन्याकुमारी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास' का काम सौंपा गया है। परियोजना पूरी करने की अवधि 19 महीने है।स्टेशन पुनर्विकास परियोजना का उद्देश्य कन्याकुमारी को विश्व स्तर के रेलवे स्टेशन में अपग्रेड करना है। प्रस्तावित कार्य मौजूदा टर्मिनल भवन का विस्तार और नवीनीकरण, प्लेटफॉर्म अपग्रेडेशन, पूर्वी तरफ एनएच 27 और पश्चिमी पर एनएच 44 को जोड़ने वाली नई आपातकालीन सड़क का निर्माण है।
टर्मिनल बिल्डिंग विश्व स्तर की जी+1 संरचना होगी। प्रस्तावित कुल निर्मित क्षेत्र 802 वर्गमीटर है, जो भूतल में टिकट क्षेत्र, प्रतीक्षालय, वाणिज्यिक क्षेत्र, शयनगृह आदि से सुसज्जित होगा। प्रथम तल पर विश्राम कक्ष, टीटीई विश्राम कक्ष, फूड कोर्ट आदि विभिन्न रेलवे सुविधाओं की योजना है। स्टेशन भवन का प्रवेश द्वार क्षेत्र स्थानीय वास्तुशिल्प को प्रदर्शित करेगा।
सभी प्लेटफार्मों को जोड़ने के लिए दूसरी तरफ प्लेटफॉर्म के अंत में 5 मीटर चौड़ा फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) का भी प्रस्ताव है। 104 कारों, 220 दोपहिया वाहनों और 20 ऑटो/टैक्सियों को समायोजित करने के लिए पार्किंग सुविधा का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। सर्कुलेटिंग एरिया में कार पार्किंग तक पहुंच के साथ 4 लेन चौड़ी सड़क होगी।