नौकरशाहों को व्यक्तिगत सोशल मीडिया अकाउंट से दूर रहने की सलाह दे पीएमओ: लहर सिंह सिरोया
रूपा-सिंधुरी मामले में प्रधानमंत्री व गृह मंत्री कार्यालय से सांसद सिरोया का आग्रह
'कर्नाटक में नौकरशाहों के बीच जो हो रहा, वह दुर्भाग्यपूर्ण'
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक में दो वरिष्ठ महिला अधिकारियों के सोशल मीडिया पर 'झगड़े' को गंभीरता से लेते हुए भाजपा सांसद लहर सिंह सिरोया ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) और केंद्रीय गृह मंत्री कार्यालय (एचएमओ) से आग्रह किया है कि वे नौकरशाहों को व्यक्तिगत सोशल मीडिया अकाउंट से दूर रहने की सलाह दें।
सांसद ने एक ट्वीट में कहा, 'कर्नाटक में नौकरशाहों के बीच जो हो रहा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं पीएमओ और एचएमओ से आग्रह करता हूं कि वे भारतभर के नौकरशाहों को उनके व्यक्तिगत सोशल मीडिया अकाउंट से लॉग आउट करने की सलाह दें।'सांसद ने इसके पीछे दलील दी है कि सोशल मीडिया पर अधिकारियों के व्यक्तिगत विचार और प्राथमिकताएं अक्सर सरकारों के कामकाज में बाधा डालते हैं।
ऐसे चर्चा में आईं अधिकारी
गौरतलब है कि इन दिनों कर्नाटक में आईपीएस अधिकारी डी रूपा और आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी के बीच 'तकरार' सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है। रूपा ने सिंधुरी पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनकी कुछ 'निजी' तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की हैं। उनका दावा है कि सिंधुरी ने ये तस्वीरें कुछ पुरुष अधिकारियों के साथ साझा की थीं।
रूपा ने कहा कि यह उनका (सिंधुरी) निजी मामला नहीं, आईएएस सेवा आचरण नियमों के अनुसार अपराध है। उन्होंने किसी भी एजेंसी द्वारा इन तस्वीरों की सत्यता की जांच कराने की भी बात कही।
क्या बोलीं सिंधुरी?
वहीं, सिंधुरी ने आरोपों को आधारहीन बताते हुए कहा कि रूपा उनके खिलाफ व्यक्तिगत नफरत की भावना के कारण ऐसी टिप्पणियां कर रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि डी रूपा ऐसा बर्ताव कर रही हैं, जैसे उन्होंने अपना मानसिक संतुलन खो दिया हो।
सिंधुरी ने कहा है कि वे रूपा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगी। इस पर रूपा ने चुनौती दी कि वे (सिंधुरी) ऐसा करें, सच्चाई जनता के सामने आने दें।
सोशल मीडिया के सेलेब्रिटी!
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है, जब अखिल भारतीय सेवाओं के अधिकारी सोशल मीडिया के जरिए आमने-सामने हैं। पहले भी कई अधिकारी टीका-टिप्पणी कर विवादों में आ चुके हैं। विभिन्न राज्यों में ऐसे अधिकारी मौजूद हैं, जो सोशल मीडिया पर सेलेब्रिटी की तरह पोस्ट करते नजर आते हैं।
ऐसे भी आरोप लगाए जाते हैं कि ये अधिकारी अपने कर्त्तव्य पर ध्यान देने के बजाय सोशल मीडिया पर छवि चमकाने में व्यस्त रहते हैं। जब कभी अधिकारियों के बीच किसी मुद्दे को लेकर तकरार हो जाती है तो वे इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर देते हैं, जिससे विवाद खड़ा हो जाता है।