पाकिस्तान खुद के आतंकवादियों को मारने को मजबूर हुआ, टीटीपी के 6 सदस्य ढेर
हाल में टीटीपी के हमलों में तेजी आई
आतंकवाद को बढ़ावा देना पाकिस्तान की पुरानी नीति
रावलपिंडी/दक्षिण भारत। पाकिस्तान में सरकार और फौज द्वारा संरक्षण प्राप्त आतंकवादी अब उसका ही लहू बहा रहे हैं, जिसके बाद इसके सुरक्षा बल कार्रवाई को मजबूर हुए हैं।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा काउंटर-टेररिज्म विभाग और पुलिस ने लक्की मरवत में एक संयुक्त खुफिया-आधारित ऑपरेशन में प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से जुड़े छह कथित आतंकवादियों को मार गिराया।लक्की मरवत के पुलिस प्रवक्ता शाहिद हमीद ने एक बयान में कहा कि दादीवाला पुलिस थाने के अधिकार क्षेत्र में अभियान तब चलाया गया, जब सुरक्षाकर्मियों को सूचना मिली कि आतंकवादी अब्बास पुलिस चौकी पर हमले की योजना बना रहे हैं।
जब सुरक्षा बल आतंकवादियों के ठिकाने पर पहुंचे, तो उन्होंने कई दिशाओं से अधिकारियों पर गोलियां चलाईं। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की।
हमीद ने कहा कि जब गोलीबारी बंद हुई तो पुलिस ने घटनास्थल की तलाशी ली और छह आतंकवादियों के शव मिले। उनके कब्जे से भारी मात्रा में लोडेड हथियार, गोला-बारूद और ग्रेनेड बरामद किए गए हैं।
मारे गए चार आतंकियों की पहचान जियाउल्लाह, सफतुल्लाह, मोहिबुल्लाह और कलीमुल्ला के रूप में हुई है। अधिकारी ने कहा कि दो अन्य की पहचान की जा रही है।
उन्होंने कहा कि लक्की मरवत पुलिस और सीटीडी द्वारा पुलिस पर हमलों में शामिल होने के लिए आतंकवादियों को वांछित घोषित किया गया था।
पिछले साल नवंबर में, लक्की मारवत में अब्बास पुलिस चेकपोस्ट की ओर जा रही एक पुलिस वैन पर आतंकवादियों ने गोलियां चलाईं, जिसमें एक सब-इंस्पेक्टर सहित छह जवान मारे गए थे।