कर्नाटक: बोम्मई ने कांग्रेस की चुनावी 'गारंटियों' को 'फर्जी घोषणाएं' करार दिया
बोम्मई ने कहा कि कर्नाटक के लोग राहुल गांधी के शब्दों को कोई महत्व नहीं देंगे
‘राहुल गांधी कई बार कर्नाटक आए और गए, उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा भी की, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ'
बेंगलूरु/भाषा। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कांग्रेस की चुनावी 'गारंटियों' को 'फर्जी घोषणाएं' करार देते हुए मंगलवार को खारिज कर दिया और कहा कि राहुल गांधी की यात्रा का राज्य के चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
बोम्मई ने कहा कि कर्नाटक के लोग देश में लोकतंत्र की स्थिति के बारे में राहुल गांधी की ओर से लंदन में दिए गए हालिया विवादास्पद बयानों के बाद उनके शब्दों को कोई महत्व नहीं देंगे।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को बेलगावी के दौरे में युवानिधि योजना की घोषणा की थी, जिसके मुताबिक सरकार बनने पर हर स्नातक युवा को दो साल के लिए तीन हजार रुपए मासिक दिए जाएंगे, डिप्लोमाधारी युवाओं को दो साल के लिए हर महीने 1,500 रुपए प्रदान किए जाएंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की सरकार पांच साल के भीतर 10 लाख युवाओं को रोजगार देगी, ढाई लाख सरकारी रिक्तियों को भरा जाएगा। उन्होंने महिलाओं और गरीब परिवारों के लिए भी वादे किए।
बोम्मई ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘राहुल गांधी कई बार कर्नाटक आए और गए, उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा भी की, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। सोमवार की घोषणा फर्जी थी, उसका राज्य की जनता पर कोई असर नहीं हुआ।’
कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘राहुल गांधी के पिछले दौरे और सोमवार के दौरे में काफी अंतर है। दोनों यात्राओं के बीच लंदन में देश के खिलाफ और लोकतंत्र को लेकर दिए उनके बयान की कर्नाटक समेत पूरे देश में निंदा हो रही है। इसलिए कर्नाटक के लोग उनकी बातों को कोई महत्व नहीं देंगे।’
बोम्मई ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उसके चुनावी 'गारंटी' कार्ड को 'फर्जी कार्ड' बताते हुए कहा कि अन्य राज्यों में भी इसी तरह के वादे किए गए हैं, लेकिन आज तक उन्हें पूरा नहीं किया गया।
उन्होंने कहा, ‘यह उनका पिछला रिकॉर्ड है। चाहे राजस्थान हो या छत्तीसगढ़ या अन्य कोई राज्य, उन्होंने किए गए वादों को पूरा नहीं किया। छत्तीसगढ़ में उन्होंने हर घर को एक हजार रुपए देने का वादा किया था, पिछले चार साल के दौरान नहीं दिए, लेकिन अब दे रहे हैं। कांग्रेस लोगों को इस तरह ठगती है।’