राकांपा में दो फाड़ के बाद शरद पवार ने दिया यह बयान
पवार ने कहा, ‘हमें अपने देश में लोकतंत्र को बचाने की जरूरत है'
उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र और देश में सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने की कोशिश की जा रही है
कराड/भाषा। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को कहा कि महाराष्ट्र और देश में सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने वाली ताकतों से लड़ने की जरूरत है।
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे नीत सरकार में राकांपा नेता अजित पवार के बतौर उपमुख्यमंत्री शपथ लेने के एक दिन बाद पवार ने कराड में पार्टी कार्यकर्ताओं व समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमारे कुछ लोग अन्य पार्टियों को तोड़ने की भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) की रणनीति का शिकार हो गए।’उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र और देश में सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने की कोशिश की जा रही है। हमें उन ताकतों से लड़ने की जरूरत है, जो शांति पसंद करने वाले नागरिकों के बीच भय उत्पन्न करती हैं।’
पवार ने कहा, ‘हमें अपने देश में लोकतंत्र को बचाने की जरूरत है।’
गौरतलब है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने एकनाथ शिंदे नीत महाराष्ट्र सरकार में रविवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली, वहीं पार्टी के आठ अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली थी। इसे राकांपा के संस्थापक शरद पवार के लिए एक बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। शरद पवार ने 24 वर्ष पहले राकांपा की स्थापना की थी।
इससे पहले, शरद पवार कराड में अपने गुरु एवं महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री यशवन्तराव चव्हाण के स्मारक पर पहुंचे और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
शरद पवार ने रविवार को कहा था कि वे अपने भतीजे अजित पवार के विद्रोह से विचलित नहीं हुए हैं और लोगों के बीच जाकर नई शुरुआत करेंगे।
वह सोमवार को सुबह पुणे से कराड के लिए रवाना हुए और रास्ते में कई समर्थकों से मिलने के लिए रुके जो सड़क के किनारे उनका स्वागत करने और उनके प्रति समर्थन व्यक्त करने के लिए एकत्रित हुए थे।
कराड में शरद पवार का हजारों समर्थकों और स्थानीय विधायक बालासाहेब पाटिल ने स्वागत किया। कराड से नाता रखने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण भी उनके साथ मौजूद थे।