विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बोले मोदी: वोटिंग होती तो 'घमंडिया गठबंधन' की पोल खुल जाती

प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल में क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद को संबोधित किया

विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बोले मोदी: वोटिंग होती तो 'घमंडिया गठबंधन' की पोल खुल जाती

'हमने संसद में विपक्ष के अविश्वास को भी हराया और नकारात्मकता का भी जवाब दिया'

नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल में क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज की इस बैठक से कुछ दिन पहले हरियाणा में स्थानीय स्वराज के प्रतिनिधियों से बातचीत करने का अवसर मिला था। आज आप सभी प्रतिनिधि पश्चिम बंगाल में जुटे हैं। हकीकत तो यह है कि जब मैं पार्टी के कार्यक्रम में आता हूं, कार्यकर्ताओं से मिलता हूं, तो मुझे हमेशा एक नई प्रेरणा और नया उत्साह मिलता है।

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लाखों कार्यकर्ता दिन-रात किसी पद की अपेक्षा के बिना मां भारती की जय-जयकार करने के लिए पूरी शक्ति से जुटे हैं, परिवार के परिवार जुटे हैं। इतने त्यागी कार्यकर्ताओं के दर्शन से ही एक नई ऊर्जा और प्रेरणा मिल जाती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा हमेशा से मानना है कि पूर्वी भारत में देश के विकास का एक मजबूत स्तंभ, एक मजबूत इंजन की पूरी-पूरी सामर्थ्य है। वहां प्राकृतिक संसाधनों की भरमार है और वहां हमारे तेजस्वी, ऊर्जावान एवं ओजस्वी नागरिकों की भी एक बहुत बड़ी सामर्थ्य है। इसलिए पूर्वी भारत के आप सभी प्रतिनिधियों से मिलना, बात करना अपने आप में बहुत अहम हो जाता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम आज ऐसे समय में मिल रहे हैं, जब देश में विश्वास और आत्मविश्वास का एक उत्तम से उत्तम माहौल है। अभी दो दिन पहले ही देश की संसद से 140 करोड़ देशवासियों के आशीर्वाद से नया विश्वास, नई प्रेरणा, नई ऊर्जा हमें मिली है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने संसद में विपक्ष के अविश्वास को भी हराया और नकारात्मकता का भी जवाब दिया। हालात ये हैं कि विपक्ष के लोग बीच चर्चा में ही सदन छोड़कर भाग गए। सच्चाई यह थी कि विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से डर गया था। वो लोग नहीं चाहते थे कि वोटिंग हो, क्योंकि वोटिंग होती तो घमंडिया गठबंधन की पोल खुल जाती, कौन किसके साथ है, यह दूध का दूध और पानी का पानी हो जाता।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ये लोग मणिपुर पर चर्चा नहीं चाहते थे, क्योंकि उनको मालूम था कि मणिपुर का सच सबसे ज्यादा उनको चुभने वाला है। उनको मणिपुर के लोगों के दुःख-दर्द और पीड़ा की परवाह नहीं थी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सत्र प्रारंभ होने से पहले देश के गृह मंत्री ने इन राजनीतिक दलों को चिट्ठी लिखकर कहा था कि वे तत्काल मणिपुर की चर्चा करना चाहते हैं और अकेले मणिपुर पर विस्तृत चर्चा हो, यह जरूरी है। इतने संवेदनशील विषय पर पक्ष-विपक्ष में बात होती तो मणिपुर के लोगों को भी मरहम लगता और समस्या के समाधान के कुछ नए रास्ते भी निकल आते।

प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष के लोग सदन से भाग गए, यह पूरे देश ने देखा है। लेकिन यह दु:खद है कि इन लोगों ने मणिपुर के लोगों के साथ इतना बड़ा विश्वासघात किया। उनके लिए उनकी राजनीति, देश से बड़ा दल ही प्राथमिकता है। इसलिए उन्होंने मणिपुर की चर्चा तो टाल दी और अविश्वास प्रस्ताव लाकर राजनीतिक बहस को ही प्राथमिकता दी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ये सदन में भले ही व्यवधान डालें, लेकिन भाजपा के हम सभी कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों को जनता के बीच जाकर सच्चाई के हर पहलू से लोगों को अवगत कराना ही कराना है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आप सभी भारतीय लोकतंत्र की एक बड़ी मजबूत इकाई का नेतृत्व कर रहे हैं। जिला परिषद का अध्यक्ष राज्य के कैबिनेट मिनिस्टर से भी ज्यादा ताकत रखता है, उससे ज्यादा काम कर सकता है। भाजपा के कार्यकर्ता के तौर पर भी आप अपने जिले में, राज्य में पार्टी की नींव मजबूत करने में भी अपने काम और व्यवहार के जरिए लोगों का दिल जीत रहे हैं और इसके लिए बार-बार लोग भाजपा पर विश्वास जता रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज के परिदृश्य में पश्चिम बंगाल के भाजपा कार्यकर्ता मां भारती के लिए, पश्चिम बंगाल के उज्ज्वल भविष्य के लिए, वहां के गरीब भाई-बहनों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, साधना कर रहे हैं। अपने आपको तिल-तिल जलाकर हमारे ये कार्यकर्ता पश्चिम बंगाल के पुराने वैभव को वापस लाने के लिए काम कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल ही में वहां पंचायत चुनाव हुए हैं। इन चुनावों में टीएमसी ने कैसा खूनी खेल खेला, यह भी देश ने देखा है। टीएमसी के टोलाबाजों की फौज वोटिंग में ठप्पेबाजी की फौज बन जाती है। सारे गुंडों को कॉन्ट्रैक्ट दिया जाता है कि कितने पोलिंग बूथ को कौन कैप्चर करेगा।

यह पश्चिम बंगाल की जनता का प्यार है कि वो भाजपा कार्यकर्ताओं को आशीर्वाद देते रहे हैं और भाजपा प्रत्याशी जीतते जा रहे हैं। लेकिन जब वो जीत जाते हैं तो उन्हें जुलूस नहीं निकालने दिया जाता, कोई जुलूस निकालता है तो उस पर जानलेवा हमले किए जाते हैं। पश्चिम बंगाल में टीएमसी की राजनीति का यही तरीका है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत के संकल्प को भी हमें पंचायत के स्तर पर शत-प्रतिशत पूरा करना है। स्वच्छता हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए और इसके साथ-साथ आप अपने क्षेत्र में पर्यटन की संभावनाओं को भी निखार सकते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 15 अगस्त अब बिल्कुल दरवाजे पर दस्तक दे रहा है। हम सबका दायित्व है कि इस बार भी 'हर घर तिरंगा' कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा घरों की भागीदारी सुनिश्चित कराएं। देश में शहीदों के सम्मान में चल रही अमृत कलश यात्रा से हर परिवार को, अपने गांव को जोड़ें।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज कई सारे पारंपरिक हुनर उपेक्षा के कारण बाजार न मिलने से लुप्त हो रहे हैं। इन्हें बचाने में पंचायतें सबसे प्रभावी भूमिका निभा सकती है। आपके क्षेत्र में स्किल इंडिया मिशन एक मुहिम बने, कारीगरों को प्रशिक्षण और सर्टिफिकेट मिले, इसके लिए रोडमैप बनाकर काम कीजिए।

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