रोजगार के अवसरों का बड़े पैमाने पर किया गया सृजन: भारतीय रेलवे
दक्षिण पश्चिम रेलवे में 2014-2023 की अवधि में (अब तक) लगभग 19,700 नई भर्तियां हुई हैं
फोटो: Indian Railways
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। रेलवे ने मीडिया के कुछ हिस्सों में छपीं उन खबरों का खंडन किया है, जिनमें यह दावा किया गया था कि उसमें (रेलवे) भर्तियां नहीं हुई हैं। उसने कहा कि पिछले दशक में भारतीय रेलवे में बड़े पैमाने पर बदलाव आया है। कनेक्टिविटी बढ़ाने, यात्री सुविधाओं को उन्नत करने और विश्व स्तरीय ट्रेनों और स्टेशनों की पेशकश के लिए पूंजी के अभूतपूर्व निवेश के अलावा, यह देश के युवाओं के लिए रोजगार भी पैदा कर रहा है।
उदाहरण के लिए, 2004-2014 के दशक में, भारतीय रेलवे की औसत भर्ती लगभग 4,11,00 थी। इस प्रकार, प्रति वर्ष लगभग 41,000 नौकरियां पैदा हुईं।जबकि, 2014-2023 की अवधि में, अब तक 5,00,000 भर्तियां की गई हैं। इनमें से औसतन 50,000 भर्तियां प्रति वर्ष कोविड-19 अवधि के दौरान की गईं और लगभग 62,000 भर्तियां प्रति वर्ष गैर-कोविड अवधि में की गईं।
रेलवे ने कहा कि भर्तियां विभिन्न श्रेणियों, जैसे- सहायक लोको पायलट, स्टेशन मास्टर, ट्रेन मैनेजर, जूनियर इंजीनियर, तकनीशियन, वाणिज्यिक क्लर्क, ट्रैक मेंटेनर, पॉइंट्समैन, विभिन्न विभागों- मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, सिविल, सिग्नल और दूरसंचार आदि में सहायक के रूप में की गई हैं।
इसके अलावा, बड़े पैमाने पर टेक्नोलॉजी का उपयोग करके निष्पक्ष तरीके से कंप्यूटर आधारित परीक्षणों के माध्यम से बहुत ही पारदर्शी तरीके से भर्तियां की गई हैं। उदाहरण के लिए, एनटीपीसी (गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी) में दिसंबर 2020 और जुलाई 2021 के बीच, 211 शहरों में 726 केंद्रों पर 133 शिफ्टों में 1.26 करोड़ उम्मीदवारों के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी।
प्रश्नपत्र 15 भाषाओं में उपलब्ध कराया गया था, जिससे उम्मीदवारों को अपनी मातृभाषा में परीक्षा देने का विकल्प मिला था। इसके अलावा, पूंजी निवेश के उच्च स्तर के कारण विभिन्न बुनियादी ढांचे के कार्य तीव्र गति से प्रगति पर हैं।
वर्ष 2023-24 में अब तक का पूंजीगत व्यय रेलवे के इतिहास में अब तक का सबसे अधिक यानी 2.5 लाख करोड़ रुपए है। पिछले एक वर्ष में, भारतीय रेलवे ने लगभग 5,600 किलोमीटर ट्रैक (नई लाइन, दोहरीकरण कार्य) का निर्माण किया है। इस तरह उसने अप्रत्यक्ष रूप से 5 लाख से अधिक मानव-दिवस का कार्य सृजित किया है।
इसी तरह, विद्युतीकरण, सिग्नलिंग परियोजनाओं ने भी बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन में योगदान दिया है। दक्षिण पश्चिम रेलवे में 2014-2023 की अवधि में (अब तक) लगभग 19,700 नई भर्तियां हुई हैं।