आज का भारत पुरातन और नूतन, दोनों को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ रहा है: मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया उत्सुकता के साथ 22 जनवरी के ऐतिहासिक क्षण का इंतजार कर रही है
'आज का भारत अपने तीर्थों को भी संवार रहा है, वहीं डिजिटल टेक्नोलॉजी की दुनिया में भी छाया हुआ है'
अयोध्या/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अयोध्या में पुनर्विकसित अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का लोकार्पण किया एवं 2 अमृत भारत एक्सप्रेस और 6 नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने अयोध्या में विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया उत्सुकता के साथ 22 जनवरी के ऐतिहासिक क्षण का इंतजार कर रही है। ऐसे में अयोध्यावासियों में यह उत्साह और उमंग स्वाभाविक है। मैं भारत की मिट्टी के कण-कण और भारत के जन-जन का पुजारी हूं और मैं भी आपकी तरह उतना ही उत्सुक हूं।प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के इतिहास में 30 दिसंबर की तारीख बहुत ऐतिहासिक रही है। साल 1943 में आज ही के दिन नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने अंडमान में झंडा फहरा कर भारत की आजादी का जयघोष किया था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के आंदोलन से जुड़े ऐसे पावन दिवस पर आज हम आजादी के अमृतकाल के संकल्प को आगे बढ़ा रहे हैं। आज विकसित भारत के निर्माण को गति देने के अभियान को अयोध्या नगरी से नई ऊर्जा मिल रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज यहां 15 हजार करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े ये काम आधुनिक अयोध्या को देश के नक्शे पर फिर से गौरव के साथ स्थापित करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया में कोई भी देश हो, अगर उसे विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचना है, तो उसे अपनी विरासत को संभालना ही होगा। हमारी विरासत हमें प्रेरणा देती है, हमें सही मार्ग दिखाती है। इसलिए आज का भारत पुरातन और नूतन, दोनों को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था, जब यहीं अयोध्या में रामलला टेंट में विराजमान थे। आज पक्का घर रामलला को ही नहीं, बल्कि देश के 4 करोड़ गरीबों को भी मिला है। आज का भारत अपने तीर्थों को भी संवार रहा है, वहीं डिजिटल टेक्नोलॉजी की दुनिया में भी छाया हुआ है।