भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अयोध्या, सीएए के सन्दर्भ को लेकर पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरी
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि राजदूत रुचिरा कंबोज ने दिया जोरदार जवाब
पाक द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव 'इस्लामोफोबिया से निपटने के उपाय' को संरा महासभा द्वारा अपनाया गया था
संयुक्त राष्ट्र/दक्षिण भारत। संयुक्त राष्ट्र महासभा में टिप्पणी के दौरान इस्लामाबाद के दूत द्वारा अयोध्या में राम मंदिर और नागरिकता संशोधन अधिनियम का सन्दर्भ दिए जाने के बाद भारत ने पाकिस्तान की आलोचना की और इसे एक 'टूटा हुआ रिकॉर्ड' बताया, जो स्थिर रहता है, जबकि दुनिया प्रगति कर रही है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि राजदूत रुचिरा कंबोज ने शुक्रवार को पूर्ण बैठक के दौरान पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अकरम की टिप्पणियों का जवाब देते हुए यह बात कही। वहां पाकिस्तान द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव 'इस्लामोफोबिया से निपटने के उपाय' को 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अपनाया गया था।उन्होंने कहा कि एक अंतिम बिंदु एक प्रतिनिधिमंडल (और उसकी टिप्पणियों) से संबंधित है, जो एक टूटे हुए रिकॉर्ड की तरह है, जबकि दुनिया प्रगति कर रही है, दुखद रूप से स्थिर बना हुआ है।
अकरम ने अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के साथ-साथ नागरिकता संशोधन अधिनियम के कार्यान्वयन का भी संदर्भ दिया।
कंबोज ने कहा कि 'मेरे देश से संबंधित मामलों पर इस प्रतिनिधिमंडल के सीमित और गुमराह दृष्टिकोण को देखना वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है।'