राहुल की फटकार के बाद नरम पड़े सीपी जोशी के सुर, बयान पर जताया खेद
राहुल की फटकार के बाद नरम पड़े सीपी जोशी के सुर, बयान पर जताया खेद
जयपुर। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सीपी जोशी एक चुनावी सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित टिप्पणी कर मुश्किल में घिर गए। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आगे आए और उन्होंने जोशी के बयान पर ऐतराज जताया। अब तक भाजपा भी मामले को लेकर उन्हें घेरने की तैयारी कर चुकी थी और उनका वीडियो मुख्य चुनाव अधिकारी तक पहुंचा दिया था। चौतरफा घिरे सीपी जोशी के सुर नरम पड़ गए हैं और उन्होंने अपने बयान पर खेद जता दिया है।
दरअसल सीपी जोशी गुरुवार को राजसमंद के पास सेमा गांव में चुनावी सभा कर रहे थे। उस दौरान उन्होंने राज व धर्म जैसे शब्दों की व्याख्या करते हुए विवादित बयान दे डाला। जोशी ने प्रधानमंत्री मोदी के अलावा उमा भारती और साध्वी ऋतंभरा पर भी विवादित टिप्पणी की। जोशी के इस बयान को स्थानीय लोगों ने भी अनुचित माना। उनका कहना था कि यदि स्थानीय मुद्दे उठाकर सरकार से सवाल करते तो बेहतर होता।सोशल मीडिया पर सीपी जोशी का वीडियो वायरल होने लगा था। बात आलाकमान तक जा पहुंची तो राहुल गांधी सतर्क हुए और उन्होंने तुरंत खेद जता दिया। राहुल ने ट्वीट किया, ‘सीपी जोशीजी का बयान कांग्रेस पार्टी के आदर्शों के विपरीत है। पार्टी के नेता ऐसा कोई बयान न दें जिससे समाज के किसी भी वर्ग को दुख पहुंचे। कांग्रेस के सिद्धांतों, कार्यकर्ताओं की भावना का आदर करते हुए जोशीजी को जरूर गलती का अहसास होगा। उन्हें अपने बयान पर खेद प्रकट करना चाहिए।’
पार्टी अध्यक्ष का यह रुख देख सीपी जोशी ने भी देर नहीं लगाई और तुरंत खेद प्रकट कर दिया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘कांग्रेस के सिद्धांतो एवं कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए मेरे कथन से समाज के किसी वर्ग को ठेस पहुंची हो तो मैं उसके लिए खेद प्रकट करता हूं।’ हालांकि इससे पहले जोशी ने यह दावा किया था कि उनके वीडियो के साथ छेड़छाड़ हुई है।
चूंकि कांग्रेस गुजरात विधानसभा चुनावों से पहले अपने वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर के विवादित बयान का खामियाजा भुगत चुकी है, इसलिए राजस्थान चुनाव से पहले काफी सावधानी बरती। राहुल गांधी ने सीधा संकेत दे दिया कि जोशी को खेद प्रकट कर देना चाहिए और उन्होंने पार्टी अध्यक्ष की बात मान ली। बता दें कि वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में सीपी जोशी नाथद्वारा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार थे। उस दौरान वे सिर्फ एक वोट के अंतर से चुनाव हार गए थे।