चांद के रास्ते में होटल बनाएगा नासा
चांद के रास्ते में होटल बनाएगा नासा
वॉशिंगटन/एजेन्सी। अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा के ऐस्ट्रनॉट्स अब चांद पर कदम रखने से पहले एक ऐसे मॉड्यूल में रुकेंगे जो किसी होटेल का फील देगा। खास बात यह है कि यह मॉड्यूल चांद के ऑर्बिट में ही रहेगा। इसके लिए नासा ने नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन को 187 मिलियन डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट दिया है। ये नासा के आर्टेमिस मिशन का हिस्सा होगा जिसके तहत पहली महिला और एक पुरुष को चांद पर साल 2024 तक भेजा जाना है। 1972 के बाद पहली बार इंसानों को चांद पर उतारने की यह कोशिश होगी।
गेटवे के तहत एक छोटे फ्लैट के साइज का हैबिटेशन ऐंड लॉजिस्टिक्स आउटपोस्ट (हालो) बनाया जाएगा जो चांद का चक्कर काटेगा। हालो और गेटवे के पॉवर ऐड प्रोपल्शन एलिमेंट को 2023 में लॉन्च किया जाएगा। पृथ्वी से निकलने वाले ऐस्ट्रोनॉट्स पहले गेटवे पर पहुंचेंगे और फिर चांद पर जाएंगे। यह इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन से छोटा होगा। नासा के ऐडमिनिस्ट्रेटर जिम बाइडेनस्टाइन का कहना है कि चांद के मजबूत और सतत ऑपरेशन्स को बढ़ाने के लिए यह कॉन्ट्रैक्ट दिया जाना एक अहम कदम है।गेटवे के अंदर हालो में दबाव वाले क्वॉर्टर तैयार किए जाएंगे। यह कई मॉड्यूल्स से बना होगा और इसे एक्सपैंड किया जा सकेगा। यहां ऐस्ट्रोनॉट्स कुछ समय बिताएंगे। इसकी शुरुआती डिजाइन के रिव्यू होने के साथ वीइकल की डिजाइन में सुरक्षा और फ्लाइट के लिए निर्भरता की जांच की जाएगी।
इसके बाद हार्डवेयर बनाने का काम शुरू होगा।
अमेरिका के इतिहास में नासा ने मंगल मिशन समेत कई अहम कीर्तिमान जॉन एफ केनेडी स्पेस सेंटर से अपने नाम किए्। लेकिन 2011 के बाद से इस पर ब्रेक लग गया। अमेरिकी ऐस्ट्रोनॉट्स रूस की मदद से स्पेस में जाते रहे। अब नासा वापस अमेरिका की मिट्टी से अपने ऐस्ट्रोनॉट्स को अपने देश के रॉकेट्स में बैठाकर स्पेस में भेजा है। पूरी दुनिया की निगाहें इस मिशन पर टिकी थीं्।