जद (एस) 2023 के विधानसभा चुनाव में कम से कम 150 सीटों पर लड़ेगा: कुमारस्वामी
जद (एस) 2023 के विधानसभा चुनाव में कम से कम 150 सीटों पर लड़ेगा: कुमारस्वामी
बेंगलूरु/भाषा। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने बृहस्पतिवार को कहा कि जनता दल (एस) अगले विधानसभा चुनाव में अपने कम से कम 150 उम्मीदवारों को मैदान में उतारेगा और उनके नामों की घोषणा 15 जनवरी, 2022 तक कर दी जाएगी।
कुमारस्वामी ने यहां पार्टी मुख्यालय जेपी भवन में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘अगले साल 15 जनवरी से पहले, जब विधानसभा चुनाव एक वर्ष दूर रह जाएगा, हम कम से कम 150 विधानसभा क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों का चयन करने की योजना बना रहे हैं ताकि वे अपना काम शुरू कर सकें।’विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी की तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर जद (एस) नेता ने कहा कि उनकी पार्टी अकेले दम पर सरकार बनाने के लिए 150 से 170 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
कुमारस्वामी ने कहा कि वह अगले एक सप्ताह के दौरान प्रतिदिन कम से कम पांच जिलों का दौरा करेंगे और विधानसभा चुनावों के मद्देनजर पार्टी संगठन, गांव, तालुक और जिला स्तर पर पार्टी पदाधिकारियों की नियुक्ति पर चर्चा करने के लिए जिला स्तर पर पार्टी नेताओं से मुलाकात करेंगे।
उन्होंने कहा कि वह कर्नाटक के समग्र विकास के लिए एक क्षेत्रीय दल की आवश्यकता के बारे में राज्य के लोगों से संवाद करेंगे और उन्हें शिक्षा, बेरोजगारी तथा कृषि समस्याओं से जुड़े मुद्दों पर अपनी पार्टी की नीतियों तथा दृष्टिकोण से अवगत कराएंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कांग्रेस और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा, ‘कर्नाटक संसाधनों के मामले में काफी समृद्ध राज्य है। जब भी कोई राष्ट्रीय दल यहां सत्ता में आता है, तो उनके नेता राज्य के संसाधनों को लूटते हैं जो सामंतवाद के दौरान धन संग्रह करने के समान ही है। राष्ट्रीय दल दूसरे राज्यों में चुनावों के लिए फंड जुटाने के उद्देश्य से हमारे संसाधनों को लूटते हैं।’
गौरतलब है कि कुमारस्वामी ने 2018 में विधानसभा चुनाव में किसी भी राजनीतिक दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने पर कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार बनाई थी, लेकिन उनकी सरकार केवल 14 महीने तक ही चल सकी थी। कांग्रेस और जनता दल (सेक्यूलर) के कई विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था जिस कारण गठबंधन सरकार अल्पमत में आ गई थी और कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
जद (एस) को प्रभावशाली वोक्कालिगा समुदाय के लोगों की पार्टी माना जाता है, जिनकी संख्या पुराने मैसूरु क्षेत्र में अधिक है। हालांकि, पार्टी का इरादा अगले विधानसभा चुनाव में अपनी छवि से बाहर निकलने का है।