अंगदान को बनाया जाए राष्ट्रीय आंदोलन : पलानीस्वामी
अंगदान को बनाया जाए राष्ट्रीय आंदोलन : पलानीस्वामी
चेन्नई। मुख्यमंत्री ईडापाडी के पलानीस्वामी ने शनिवार को कहा कि अंगदान को राष्ट्रीय आंदोलन बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य अंगदान के मामले में देश में नंबर एक स्थान पर है लेकिन देश भर मंे इसे यदि एक आंदोलन का रुप दिया जाता है तो पूरे देश में ज्यादा से ज्यादा जानें बचाई जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में अंगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए परिवहन विभाग की मदद से एक ग्रीन कोरीडोर का निर्माण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने ’’लिवर रोग पर मास्टर क्लास-२०१८’’ नामक एक कार्यशाला को संबोधित करते हुए यह बातें कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना अच्छे स्वास्थ्य के कोई भी अपने कर्तव्यों का अच्छे ढंग से निवर्हन नहीं कर सकता है क्योंकि यह ठीक उस कहावत की तरह है जिसमें कहा गया है कि बिना अच्छी दीवार के सुंदर पेंटिंगों का निर्माण नहीं किया जा सकता। इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि आज तमिलनाडु स्वास्थ्य के क्षेत्र और मानव विकास में एक अलब पहचान बना पाया है तो यह केवल पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की अगुवाई वाली सरकार द्वारा शुरु की गई विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के कारण हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य की अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम सरकार द्वारा गभर्वती महिलाओं को प्रसव से पूर्व और उसके बाद दी जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाएं, पोलियो उन्मूलन अभियान, मलेरिया उन्मूलन अभियान और छोटे चेचक उन्मूलन अभियान के अलावा महामारी और संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए भी तेजी से कदम उठाए जा रहे हैं । सरकार द्वारा डेंगू और मस्तिष्क ज्वर जैसी बिमारियों को रोकने की दिशा में भी प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु में स्टेनली अस्पताल जैसे सरकारी अस्पतालों में अंग प्रत्यारोपण नि:शुल्क किया जा रहा है। उन्होंने लीवर प्रत्यारोपण के क्षेत्र में डॉ रेला जैसे चिकित्सकों द्वारा दिए गए योगदान की भी सराहना की। उन्होंने बताया कि डॉ रेला ने आयरलैंड के एक पांच वर्ष के बच्चे का लीवर प्रत्यारोपित किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि अभी तक स्टेनली अस्पताल में २४ लीवर प्रत्यारोपण सफलतापूर्वक किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अभी तक राज्य में १०८२ अंगदाताओं से अभी तक ६०७९ अंग प्राप्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि एक बेे्रन डेड घोषित किए गए व्यक्ति के शरीर से नौ अंग प्राप्त किए गए जिनसे नौ लोगों को नया जीवन दिया जा सका। उन्होंन बताया कि वर्ष २०१६ में राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के आशीर्वाद से स्टेनली अस्पताल में अंग प्रत्यारोपण की नई सुविधाएं स्थापित की गई। अब राज्य में ऐसी सुविधा भी उपलब्ध है जिसमें डोनर ऑनलाइन अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। इस अवसर पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सीएच विजयभाष्कर, राज्य लोक स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ जे राधाकृष्णन सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।