सावन की शुरुआत के साथ ही उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में बारिश की झ़डी लगी हुई है। अभी कुछ समय पहले तक जहां अल्पवर्षा के कारण खेती-किसानी को लेकर चिंता जताई जा रही थी, वहीं अब मौसम की अतिवादिता लगातार हो रही बारिश के तौर पर देखने को मिल रही है। खासकर शहरों में जब भी कोई मौसम अतिवादी रूप दिखाता है तो पर्यावरण को ठेंगे पर रखकर किए जा रहे विकास का विद्रुप चेहरा भी सामने आ जाता है। इन दिनों लगातार हो रही मूसलाधार बारिश का सबसे अधिक प्रभाव फिलहाल सोमवार को उत्तर प्रदेश में प़डा है, जहां वर्षा जनित हादसों की वजह से कम से कम १२ लोगों कीे मौत हो गई। वहीं, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र नई दिल्ली में यमुना का जलस्तर ब़ढकर खतरे के निशान को पार कर गया। इसके ठीक एक ही दिन बाद बारिश में कोई रोकटोक न होने से पुराने यमुना पुल पर यातायात तक रोकना प़डा। यमुना सोमवार शाम को २०५.५ मीटर पर बह रही थी, जबकि खतरे का निशान २०४.८३ मीटर है। उत्तर प्रदेश में बीते गुरुवार से अब तक बारिश से जु़डे हादसों में ७० लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि ७७ लोग जख्मी हुए हैं। इनमें सबसे अधिक ११ लोगों की मौत सहारनपुर में हुई है। अति वृष्टि के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे के सभी जिलों के अधिकारियों को सावधान रहने और प्रभावित इलाकों का दौरा करने का निर्देश दिया है। दरअसल, समूचा उत्तर भारत ही इस समय भारी वर्षा के आगोश में है। हिमाचल प्रदेश में जोरदार बारिश की वजह से किन्नौर जिले में किन्नर कैलाश यात्रा अगले आदेश तक निलंबित कर दी गई है। यह कदम कांगरांग नदी में अचानक आई बा़ढ में दो लोगों के बह जाने के एक दिन बाद ही उठाया गया। इस बार मॉनसून आने के बाद से जारी बारिश से छह राज्यों में आई बा़ढ और वर्षा जनित हादसों में अब तक कम से कम ५३७ लोगों की मौत हो चुकी है।केंद्रीय गृह मंत्रालय के नेशनल इमरजेंसी रिस्पांस सेंटर यानी एनईआरसी के अनुसार, बा़ढ व बारिश के चलते महाराष्ट्र में १३९, केरल में १२६, पश्चिम बंगाल में ११६, गुजरात में ५२ और असम में ३४ लोगों की मौत हुई है। बताया गया है कि महाराष्ट्र के २६, पश्चिम बंगाल के २२, असम के २१, केरल के १४ और गुजरात के १० जिले बा़ढ से प्रभावित हैं। उत्तर प्रदेश का ब़डा हिस्सा बारिश और बा़ढ से प्रभावित है। एनईआरसी के अनुसार, असम में १०.१७ लाख लोग बारिशस व बा़ढ से त्रस्त हैं तो पश्चिम बंगाल में बारिश व बा़ढ से कुल १ लाख ६१ लाख लोग प्रभावित हैं। इसी प्रकार, केरल में १ लाख ४३ हजार लोग बाढ से पीि़डत हैं। इधर दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पिछले तीन दिनों से जारी जोरदार बारिश में लोगों को जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। कई मकान ढह गए और कई जगह दीवारें गिर गई हैं।