भाषा विवाद पर अब क्या बोले किच्चा सुदीप?
सुदीप की पिछले महीने बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन के साथ ट्विटर पर बहस हो गई थी
नई दिल्ली/भाषा। दक्षिण भारतीय फिल्मों के अभिनेता किच्चा सुदीप ने कहा है कि उनका इरादा हिंदी पर टिप्पणी करके कोई बहस शुरू करने का नहीं था। सुदीप ने सभी भारतीय भाषाओं को ‘भारतीयता’ की आत्मा कहने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की है।
सुदीप की पिछले महीने बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन के साथ ट्विटर पर बहस हो गई थी। दोनों अभिनेताओं के बीच यह ‘दोस्ताना बहस’ सुदीप की इस टिप्पणी पर हुई थी कि हिंदी ‘हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है।’यह बहस बाद में हिंदी थोपने बनाम भारत की भाषाई विविधता को संरक्षित करने को लेकर एक बड़ी बहस में तब्दील हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भाजपा पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सभी भारतीय भाषाओं को भारतीयता की आत्मा मानती है।
उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय से देश में भाषा के आधार पर नये विवाद खड़े करने की कोशिशें की जा रही हैं। मोदी के इस बयान से सुदीप अभिभूत हो गए।
सुदीप ने समाचार चैनल ‘एनडीटीवी’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा, ‘मेरा इरादा कोई विवाद या किसी भी तरह की बहस शुरू करने का नहीं था। यह बिना किसी एजेंडे के हुआ। यह एक राय थी जो मैंने व्यक्त की। इस संदर्भ में प्रधानमंत्री की ओर से टिप्पणी देखना एक सम्मान और सौभाग्य की बात है।’
48 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का बयान ‘सभी भाषाओं का आदर’ है। सुदीप ने कहा, ‘मैं केवल कन्नड़ का प्रतिनिधित्व नहीं कर रहा हूं ... प्रधानमंत्री के बयानों से आज हर किसी की मातृभाषा का सम्मान हुआ है। हम नरेंद्र मोदी को केवल एक राजनीतिज्ञ के रूप में नहीं, बल्कि उन्हें एक नेता के रूप में देखते हैं।’
भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की तीन दिवसीय बैठक के उद्घाटन सत्र को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए मोदी ने कहा था, ‘यह भाजपा ही है जिसने भाजपा की सांस्कृतिक और भाषायी विविधता को पहली बार राष्ट्रीय स्वाभिमान से जोड़ा है।’
उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्थानीय भाषाओं को प्राथमिकता देना हर क्षेत्रीय भाषा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दिखाता है। मोदी ने कहा कि भाजपा सभी भारतीय भाषाओं को भारतीयता की आत्मा मानती है और राष्ट्र के बेहतर भविष्य की कड़ी मानती है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इसका जिक्र आज मैं विशेष तौर पर इसलिए करना चाहता हूं, क्योंकि बीते कुछ समय से देश में भाषा के आधार पर नये विवाद खड़े करने की कोशिश की जा रही हैं। हमें इससे देशवासियों का निरंतर सतर्क करना है।’ उन्होंने कहा कि भाजपा भारत की हर भाषा में भारतीय संस्कृति का प्रतिबिंब देखती है, हर भाषा को पूजनीय मानती है।
सुदीप ने साक्षात्कार में कहा कि हिंदी के बारे में उनकी टिप्पणी, जिसके कारण ट्विटर पर देवगन की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आयी थी, किसी भी भाषा या किसी व्यक्ति को लेकर नहीं थी।
उन्होंने कहा, ‘मैं एक फिल्म बिरादरी से आता हूं और हमें तब अच्छा नहीं लगता जब केवल दक्षिण की फिल्मों को अखिल भारतीय कहा जाता है। इसका हिंदी से कोई लेना-देना नहीं है। यह हमारा देश है और हम हर किसी तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि सिनेमा ने सभी भाषाओं तक पहुंच बनायी है और हर दर्शक और हर राज्य के लोग तब तक किसी फिल्म को देखना चाहता है, जब तक वह अच्छी हो।’’
सुदीप ‘स्पर्श’, ‘हच्छा’, ‘नंदी’, ‘वीरा मदकारी’, ‘ईगा’ और ‘पैलवान’ आदि में जैसी दक्षिण फिल्मों में अभिनय के लिए जाने जाते हैं, उन्हें ‘फूंक’, ‘‘रण’’ और ‘दबंग 3’ जैसी हिंदी फिल्मों में उनके अभिनय के लिए भी जाना जाता है।