शास्त्री को मिली मनपसंद टीम
शास्त्री को मिली मनपसंद टीम
मुंबई। नवनियुक्त मुख्य कोच रवि शास्त्री की मांग को स्वीकार करते हुए बीसीसीआई ने मंगलवार को भरत अरुण को भारतीय क्रिकेट टीम का गेंदबाजी कोच नियुक्त किया जिससे इस पद को लेकर पिछले कई दिनों से चल रहा नाटकीय घटनाक्रम भी समाप्त हो गया। शास्त्री जब टीम निदेशक थे तब भी अरुण गेंदबाजी कोच थे। उन्होंने जल्द ही शुरू होने वाले अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान भी अरुण को ही यह जिम्मेदारी सौंपने के लिए कहा था। अरुण को दो साल के अनुबंध पर नियुक्त करने का फैसला शास्त्री की प्रशासकों की समिति (सीओए) तथा कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना और सचिव अमिताभ चौधरी सहित बीसीसीआई अधिकारियों से मुलाकात के बाद किया गया।चौधरी के संवाददाता सम्मेलन में नियुक्ति की घोषणा करने के बाद शास्त्री ने कहा, मैं इंग्लैंड में था और टेनिस (विंबलडन) देख रहा था। मेरी अपनी मुख्य टीम को लेकर सोच स्पष्ट थी और आपने अभी मेरी मुख्य टीम के बारे में सुना। अरुण को पद संभालने के बाद आईपीएल फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरु के सहायक कोच पद से इस्तीफा देना होगा। इसके अलावा बीसीसीआई ने वनडे विश्व कप २०१९ तक संजय बांग़ड को सहायक कोच और आर श्रीधर को क्षेत्ररक्षण कोच नियुक्त करने का भी फैसला किया। चौधरी ने कहा, पैट्रिक फरहार्ट फीजियो के पद पर बने रहेंगे। ये सभी दो साल के लिए अगले विश्व कप तक अपने पद पर बने रहेंगे। उनकी नियुक्ति का मतलब है कि बीसीसीआई ने पूरी तरह से यू टर्न लिया है। उसने पहले जहीर खान को गेंदबाजी सलाहकार नियुक्त किया था और बाद में स्पष्टीकरण दिया था कि यह केवल विदेशी दौरों के लिए है। राहुल द्रवि़ड की बल्लेबाजी सलाहकार पद पर स्थिति को लेकर भी कुछ स्पष्टता नहीं है।त्त्श्न्यप्ठ्ठणक्क ृय्स्द्य ज्ब्र्द्य ·र्ैंय् डप्य्ख्त्रजहीर और द्रवि़ड के बारे में पूछे गए सवाल पर शास्त्री का जवाब था, मैंने उन दोनों से बात की और वे बेहतरीन क्रिकेटर हैं। उनकी राय अमूल्य होगी। यह सब उनकी उपलब्धता पर निर्भर करता है। यह एक व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वह कितने दिन टीम को देना चाहता है लेकिन उनकी राय अमूल्य होगी और उनका स्वागत है। चौधरी ने अपनी तरफ से कहा कि की द्रवि़ड और जहीर को लेकर कभी भ्रम की स्थिति नहीं थी। उन्होंने कहा, मैं स्पष्ट कर दूं कि इस मामले में कुछ भी गलत नहीं था। एक बार मुख्य कोच की नियुक्ति होने के बाद यह इस पर विचार करना उनकी जिम्मेदारी थी कि इन पदों पर किसकी नियुक्ति की जानी चाहिए और यह साफ था कि वह अपनी कोर टीम चाहते हैं। अन्य दो (जहीर और द्रवि़ड) सलाहकार हैं।