अगर कोई विद्यादान कर रहा है तो समाज-हित में सबसे बड़ा काम कर रहा है: मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि जी-20 की अध्यक्षता हमारे लिए एक बड़ा अवसर है
' हमें इस मौके का पूरा उपयोग करते हुए ग्लोबल गुड, विश्व कल्याण पर फोकस करना है'
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम में अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के राजन्ना सिर्सिल्ला जिले के एक बुनकर भाई येल्धी हरिप्रसाद गारू ने मुझे अपने हाथों से बुनकर जी-20 का लोगो भेजा है। मैं इसके लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जी-20 की अध्यक्षता हमारे लिए एक बड़ा अवसर है। हमें इस मौके का पूरा उपयोग करते हुए ग्लोबल गुड, विश्व कल्याण पर फोकस करना है।प्रधानमंत्री ने कहा कि आप कल्पना कर सकते हैं कि जो बच्चे कभी हाथ से कागज का हवाई जहाज बनाकर उड़ाया करते थे, उन्हें अब हवाई जहाज बनाने का मौका मिल रहा है। स्पेस को निजी क्षेत्र के लिए खोले जाने के बाद युवाओं के सपने साकार हो रहे हैं और रॉकेट बना रहे ये युवा मानो कह रहे हों- स्काई इज नॉट द लिमिट।
ड्रोन के क्षेत्र में भी भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। हाल में हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में ड्रोन के जरिए सेब ट्रांसपोर्ट किए गए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते आठ वर्षों में भारत से संगीत वाद्य यंत्रों का निर्यात साढ़े तीन गुना बढ़ गया, जबकि इलेक्ट्रिकल संगीत वाद्ययंत्र का निर्यात 60 प्रतिशत बढ़ा है।
सालों पहले फिजी गए बहुत सारे भारतीय वहां पारंपरिक भजन-कीर्तन गाते थे, जिसमें मुख्य रूप से रामचरित मानस के दोहे होते थे। उन्होंने फिजी में भी भजन-कीर्तन से जुड़ी कई मंडलियां बना ली थीं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे नागा समाज की जीवनशैली, उनकी कला-संस्कृति और संगीत ... यह हर किसी को आकर्षित करती है। यह हमारे देश की गौरवशाली विरासत का अहम हिस्सा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर कोई विद्या का दान कर रहा है तो समाज हित में सबसे बड़ा काम कर रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में जलाया गया एक छोटा-सा दीपक भी पूरे समाज को रौशन कर सकता है।