कांग्रेस के राज में पंचायती राज संस्थाओं को सशक्त करने के ठोस प्रयास कभी नहीं किए गए: मोदी
प्रधानमंत्री ने भाजपा के दो दिवसीय कार्यक्रम ‘हरियाणा क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद’ का उद्घाटन किया
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत के लिए जिले का विकसित होना भी उतना ही जरूरी है
चंडीगढ़/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए भाजपा के दो दिवसीय कार्यक्रम ‘हरियाणा क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद’ का उद्घाटन करने के बाद कांग्रेस पर खूब शब्दबाण छोड़े। उन्होंने कहा कि आज देश अमृतकाल के संकल्पों की सिद्धि के लिए, विकसित भारत के निर्माण के लिए पूरे उत्साह से एकजुट होकर, संकल्पबद्ध होकर आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिला पंचायतें किसी भी सेक्टर में बड़े परिवर्तन लाने की शक्ति रखती हैं। ऐसे में भाजपा के प्रतिनिधि के तौर पर आप सभी की भूमिका बहुत ही बड़ी हो जाती है। अमृतकाल की 25 वर्षों की यात्रा में हमें बीते दशकों के अनुभवों को भी ध्यान में रखना होगा।आजादी के बाद चार दशकों तक कांग्रेस को यह समझ ही नहीं आया था कि गांवों में पंचायती राज व्यवस्था लागू करना कितना आवश्यक है। इसके बाद जो जिला पंचायत व्यवस्था बनी भी, उसे कांग्रेस शासन में अपने हाल पर छोड़ दिया गया था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के राज में पंचायती राज संस्थाओं को सशक्त करने के ठोस प्रयास कभी नहीं किए गए। ज्यादातर कार्रवाई आंकड़ों में और कागजों में ही सीमित रही। जम्मू-कश्मीर इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आर्टिकल 370 हटने के बाद वहां पहली बार ग्राम पंचायत से लेकर जिला स्तर तक के चुनाव हुए हैं। इनमें अब वहां 33 हजार से ज्यादा स्थानीय जनप्रतिनिधि निर्वाचित हुए। पहली बार वहां जमीनी स्तर पर लोकतंत्र स्थापित हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत के लिए आपके जिले का विकसित होना भी उतना ही जरूरी है। इसलिए जब भाजपा के जिला परिषद के नेता यहां बैठे हैं, आपके सामने दो दिनों में कई विषय चर्चा के लिए आएंगे। लेकिन आप आपस में भी बात कीजिए कि साल 2047 में हमारा जिला भी विकसित होना चाहिए। कौन क्या काम करेगा, कैसे काम करेगा ... आप इसके लिए पांच साल का नक्शा तैयार कर लीजिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे अनेक विषय हैं, जिन पर आप लोग चर्चा कर सकते हैं, लक्ष्य तय कर सकते हैं और हर महीने उसकी रिपोर्ट ले सकते हैं। जनता-जनार्दन ईश्वर का रूप होती है। अगर हमें कहीं पर भी काम करने का जनता अवसर देती है, तो उसका मतलब है कि जी-जान से उस काम में जुटना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा के प्रतिनिधि के तौर पर आपको पंचायत व्यवस्था का लाभ समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े आखिरी व्यक्ति तक पहुंचाना है। मैं आप सबसे अनुरोध करूंगा कि आपको सप्ताह में दो रात अपने क्षेत्र के किसी न किसी छोटे स्थान पर जाकर रुकना चाहिए, वहां के लोगों के साथ बैठना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि फसल बीमा योजना के जरिए भी देश के किसानों को 1 लाख 30 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का मुआवजा मिला है। अभी कुछ दिन पहले मैंने किसानों के लिए वन स्टॉप सेंटर के रूप में 1.25 लाख किसान समृद्धि केंद्र देश को समर्पित किए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के ये सारे प्रयास किसानों का जीवन आसान बनाने और उनकी आय बढ़ाने में बहुत मददगार साबित हो रहे हैं। आपको इन सभी योजनाओं को अपने क्षेत्र के किसानों के खेत तक पहुंचाना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी कई योजनाओं का सकारात्मक प्रभाव ग्रामीण महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर भी दिख रहा है। पिछले नौ वर्षों में जन-धन योजना के अंतर्गत करीब 50 करोड़ लोगों के बैंक खाते खोले गए हैं। इस योजना की ज्यादातर लाभार्थी महिलाएं ही हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम स्वामित्व योजना के जरिए देश की ग्रामीण आबादी को प्रॉपर्टी के दस्तावेज देने का अभियान तेजी से चल रहा है। मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में, जहां भाजपा की सरकार है, वहां इस पर अच्छा काम हुआ है।