इजराइल ने दोहराया संकल्प- हमास को तबाह कर देंगे

गाजा में संघर्ष-विराम के आह्वान को खारिज किया

इजराइल ने दोहराया संकल्प- हमास को तबाह कर देंगे

‘आप बताइए कि शिशुओं की हत्या, महिलाओं से बलात्कार और उन्हें जला देने के जवाब में संयम भरी कार्रवाई कैसे की जाती है?’

संयुक्त राष्ट्र/एपी। इजराइल ने संयुक्त राष्ट्र की एक उच्च स्तरीय बैठक में हमास को तबाह करने का संकल्प दोहराया और संयुक्त राष्ट्र प्रमुख, फलस्तीनियों तथा कई देशों के संघर्ष-विराम के आह्वान को नकार दिया। उसने कहा कि गाजा में युद्ध न सिर्फ उसका, बल्कि ‘स्वतंत्र दुनिया का युद्ध है।’

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इजराइल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने सात अक्टूबर को इजराइल पर हमास के अप्रत्याशित हमले के बाद देश से जवाबी कार्रवाई में ‘संयम बरतने’ की अपील को खारिज कर दिया। इजराइल पर हमास के हमले में अब तक लगभग 1,400 लोग मारे गए हैं। वहीं, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, क्षेत्र में 5,700 से अधिक फलस्तीनी नागरिकों की मौत हुई है।

कोहेन ने पूछा, ‘आप बताइए कि शिशुओं की हत्या, महिलाओं से बलात्कार और उन्हें जला देने, एक बच्चे का सिर काटने के जवाब में संयम भरी कार्रवाई कैसे की जाती है?’

उन्होंने कहा, ‘आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ संघर्ष-विराम के लिए कैसे सहमत हो सकते हैं, जिसने आपके अस्तित्व को मिटाने और नष्ट करने का संकल्प जताया हो?’

कोहेन ने हमास को ‘नया नाजी’ करार देते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से कहा कि सात अक्टूबर के हमले के खिलाफ संयम भरी कार्रवाई ‘हमास का पूरी तरह से खात्मा करना है।’

उन्होंने जोर देकर कहा, ‘हमास को नष्ट करना इजराइल का केवल अधिकार नहीं है। यह हमारा कर्तव्य है।’

कोहेन ने सात अक्टूबर के हमलों को चरमपंथ के खिलाफ ‘पूरी स्वतंत्र दुनिया के लिए एक चेतावनी’ बताया और ‘सभ्य दुनिया से हमास को हराने के लिए इजराइल के साथ एकजुट होने का आग्रह किया।’

उन्होंने आगाह किया कि आज इजराइल पर हमला हुआ है और कल हमास और उसके हमलावर पश्चिमी देशों से लेकर दुनिया के हर क्षेत्र को निशाना बनाएंगे।

कोहेन ने कतर पर हमास का वित्त पोषण करने का आरोप लगाया और कहा कि बंधक बनाए गए इजराइल के 200 से अधिक लोगों का भाग्य उसके (कतर के) अमीर के हाथों में था।

वहीं, फलस्तीन के विदेश मंत्री रियाद अल-मलिकी ने इजराइली हमलों को रोकने की मांग की।

उन्होंने कहा, ‘20 लाख से अधिक फलस्तीनी हर दिन, हर रात जीवित रहने के लिए संघर्ष कर रहे है। अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत उन्हें (इजराइली हमलों को) रोकना हमारा सामूहिक मानवीय कर्तव्य है।’

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने दशकों पुराने इजराइल-फलस्तीन संघर्ष पर मासिक बैठक की शुरुआत की, जिसमें युद्ध में शामिल अहम पक्षों समेत कई देशों ने हिस्सा लिया। इन देशों ने चेतावनी दी कि पश्चिम एशिया में हालात ‘दिन बदिन बदतर हो जा रहे हैं।’

परिषद की बैठक शुरू होने के बाद गाजा में इजराइल की ओर से किए गए हमलों में कई मकान जमींदोज हो गए और कई परिवार मलबे के नीचे दब गए।

गुतारेस ने जोर दिया कि नियमों का निश्चित रूप से पालन किया जाना चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा कि ‘इस तरह के घातक हमले फलस्तीनी लोगों पर सामूहिक दंडात्मक कार्रवाई को न्यायोचित नहीं ठहरा सकते हैं।’

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि नागरिकों की रक्षा करना ‘किसी भी सशस्त्र संघर्ष में सर्वोपरि होता है।’

हमास का नाम लिए बगैर गुतारेस ने कहा कि ‘नागरिकों की रक्षा का मतलब उन्हें मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करना कभी नहीं हो सकता।’

अमेरिका इजराइल में हमास के हमलों और नागरिकों के खिलाफ हिंसा की निंदा करने तथा इजराइल के आत्मरक्षा के अधिकार की पुष्टि करने वाले एक प्रस्ताव को अपनाने पर जोर दे रहा है। ऐसी उम्मीदें थीं कि प्रस्ताव पर मंगलवार को मतदान हो सकता है, लेकिन राजनयिकों ने कहा कि इस पर अब भी बातचीत जारी है।

संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वासिली नेबेंजिया ने परिषद को बताया कि मॉस्को अमेरिकी प्रस्ताव को खारिज करता है और तत्काल संघर्ष-विराम की मांग करता है।

नेबेंजिया ने कहा कि अमेरिकी प्रस्ताव में संघर्ष-विराम का जिक्र नहीं है, इसलिए रूस अपने नए प्रस्ताव का मसौदा आगे बढ़ा रहा है।

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