केजरीवाल को जमानत मिलना 'आप' के लिए कितनी बड़ी राहत है?
केजरीवाल 'आप' के चुनाव अभियान की धुरी रहे हैं
Photo: AamAadmiParty FB Page
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उच्चतम न्यायालय द्वारा जमानत दिए जाने से पार्टी को बड़ी राहत मिली है। अब इस पार्टी को उम्मीद है कि वह हरियाणा में विधानसभा चुनावों में बढ़त बनाएगी और दिल्ली में सत्ता बरकरार रखेगी, जहां अगले साल चुनाव होने हैं।
केजरीवाल, जो आप के चुनाव अभियान की धुरी रहे हैं, यदि पार्टी हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस को कोई उल्लेखनीय चुनौती देने में सफल होती है, तो उनकी भूमिका महत्त्वपूर्ण होगी। हरियाणा में 5 अक्टूबर को मतदान होना है।पार्टी नेताओं का कहना है कि अपने तीखे भाषणों और हरियाणा में प्रतिद्वंद्वियों पर कटाक्षों से, जहां 'आप' अकेले चुनाव लड़ रही है, केजरीवाल उस राज्य में आम आदमी पार्टी के पक्ष में पलड़ा झुका सकते हैं, जहां उसका कोई सांसद या विधायक भी नहीं है।
उच्चतम न्यायालय द्वारा केजरीवाल को जमानत दिए जाने के तुरंत बाद 'आप' के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा कि पार्टी हरियाणा और दिल्ली में भाजपा को हराएगी। उन्होंने कहा, 'केजरीवाल की मौजूदगी हमें मजबूत करेगी।'
पार्टी नेता और राज्यसभा सांसद राघव ने उम्मीद जताई कि 'आप' सुप्रीमो हरियाणा विधानसभा चुनावों की कमान संभालेंगे।
चड्ढा ने संवाददाताओं से कहा, 'पार्टी ने उनके नेतृत्व में गुजरात और दिल्ली में चुनाव लड़ा। हरियाणा में भी उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी। मुझे उम्मीद है कि तिहाड़ जेल से रिहा होते ही वे हरियाणा चुनाव की कमान संभाल लेंगे।'
उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को आबकारी नीति घोटाले के संबंध में सीबीआई द्वारा दर्ज भ्रष्टाचार के मामले में केजरीवाल को जमानत दे दी और कहा कि लंबे समय तक जेल में रखना स्वतंत्रता से अन्यायपूर्ण वंचना है।