डूबते पाक को चीन का सहारा, चीनी प्रधानमंत्री आए तो शहबाज ने दी 21 तोपों की सलामी
शरीफ ने उम्मीद जताई कि चार दिवसीय द्विपक्षीय यात्रा 'उत्पादक' होगी
Photo: ShehbazSharif FB Page
इस्लामाबाद/दक्षिण भारत। चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग के सोमवार को पाकिस्तान पहुंचने पर उनके पाकिस्तानी समकक्ष शहबाज शरीफ ने उम्मीद जताई कि उनकी चार दिवसीय द्विपक्षीय यात्रा 'उत्पादक' होगी।
अपनी यात्रा के दौरान, ली बहुप्रतीक्षित 23वीं शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शासनाध्यक्ष परिषद (सीएचजी) की बैठक में भी भाग लेंगे, जो कड़े सुरक्षा उपायों के बीच 15 और 16 अक्टूबर को हो रही है।पाकिस्तानी सरकार ने इस्लामाबाद में तीन दिन की सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा की है। इस दौरान स्कूल और व्यवसाय बंद रहेंगे तथा बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी।
बता दें कि ली की पाकिस्तान यात्रा 11 वर्षों में किसी चीनी प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है। इससे पहले ली केकियांग मई 2013 में पाकिस्तान आए थे।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी के नूर खान एयरबेस पर पहुंचने पर शहबाज ने चीनी अतिथि का स्वागत किया और 21 तोपों की सलामी दी।
पीटीवी न्यूज के अनुसार, इस अवसर पर पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री इशाक डार, गृह मंत्री मोहसिन नकवी, योजना मंत्री अहसान इकबाल, सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार और अन्य शीर्ष सरकारी अधिकारी भी मौजूद थे।
ली के आगमन के तुरंत बाद, शहबाज शरीफ ने कहा कि वे अपने चीनी समकक्ष का स्वागत करके खुश हैं और एक 'ऐतिहासिक और उत्पादक यात्रा' की आशा करते हैं।
उन्होंने कहा, 'हम मौजूदा पहलों, खास तौर पर सीपीईसी की प्रगति की समीक्षा करेंगे और परस्पर लाभकारी सहयोग के नए रास्ते भी तलाशेंगे। पाकिस्तान-चीन ऑल-वेदर स्ट्रेटेजिक कोऑपरेटिव पार्टनरशिप क्षेत्रीय स्थिरता और समृद्धि की आधारशिला है।'
एक रिपोर्ट के अनुसार, दोनों प्रधानमंत्री एक समारोह में भाग लेंगे, जहां सीपीईसी-2 और अन्य प्रमुख परियोजनाओं सहित चीन-पाकिस्तान सहयोग के संबंध में समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।