मुरादनगर हादसा: निविदा प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों के बाद ठेकेदार भी गिरफ्तार
मुरादनगर हादसा: निविदा प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों के बाद ठेकेदार भी गिरफ्तार
गाजियाबाद/दक्षिण भारत। उत्तर प्रदेश के मुरादनगर स्थित श्मशान स्थल हादसा मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए ठेकेदार अजय त्यागी को गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई सोमवार देर रात अंजाम दी गई। अजय ने उक्त श्मशान स्थल का निर्माण कराया था जहां रविवार को हुए हादसे में 25 लोग जान गंवा चुके हैं।
हादसे के बाद उप्र पुलिस ने इस ठेकेदार पर 25 हजार रुपए के इनाम का ऐलान किया था। इस मामले में नगरपालिका की कार्यकारी अधिकारी निहारिका सिंह, सुपरवाइजर आशीष, कनिष्ठ अभियंता चंद्रपाल सिंह को सोमवार सुबह ही गिरफ्तार कर लिया गया। ये अधिकारी निर्माण कार्य की निविदा प्रक्रिया से जुड़े थे। इन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।ठेकेदार अजय समेत चारों के खिलाफ धारा 304, 337, 338, 437, 409 के अंतर्गत मामला दर्ज हो चुका है। ठेकेदार की गिरफ्तारी के बारे में गाजियाबाद एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि स्पेशल टीम ने उसे दबोचा। उसे अब अदालत में पेश किया जाएगा।
वहीं, मृतकों के परिजन को 10-10 लाख रुपए मुआवजा और हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी का वादा किया गया है। पीड़ित परिवारों ने सोमवार को मुरादनगर थाने के नजदीक दिल्ली-मेरठ राजमार्ग जाम कर दिया था। वे मुआवजा राशि बढ़ाने और हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी के लिए जिलाधिकारी को बुलाने की मांग कर रहे थे।
इसके बाद जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे और एसएसपी कलानिधि नैथानी प्रदर्शनस्थल पहुंचे और पीड़ित परिवारों से बातचीत की। उनके अलावा, शहरी विकास मंत्री और गाजियाबाद के जिला प्रभारी सुरेश खन्ना ने भी दौरा किया और प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की।
उन्होंने बताया कि हर परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है। उन्होंने कहा कि दिवंगत लोगों के बच्चों के लिए उनके वयस्क होने तक निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था भी की जाएगी।
बता दें कि इससे पहले, उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपए सहायता राशि की घोषणा की थी।