राजस्थान में हर दिन हो रहीं 78 हजार से ज्यादा जांचें, एक लाख करने का लक्ष्य
राजस्थान में हर दिन हो रहीं 78 हजार से ज्यादा जांचें, एक लाख करने का लक्ष्य
जयपुर/भाषा। राजस्थान की 67 प्रयोगशालाओं में इस समय कोरोना वायरस संक्रमण की 78 हजार से ज्यादा जांच की जा रही हैं जिसे जल्द ही एक लाख तक ले जाने का लक्ष्य है।
राज्य के चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने शनिवार को बताया कि राज्य की 67 प्रयोगशालाओं (राजकीय-36, निजी-29 व केन्द्रीय-2) में 78 हजार से ज्यादा जांचें प्रतिदिन की जा रही हैं और जल्द ही यह आंकड़ा एक लाख तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि लक्षण प्रतीत होते ही जांच करवाकर कोरोना के गंभीर संक्रमण से बचा जा सकता हैं।डॉ. शर्मा ने कहा कि राज्य में अब तक 81 लाख 11,760 व्यक्तियों की जांचें की जा चुकी हैं। जांचों के लिए राजकीय संस्थानों पर 134 आरटीपीसीआर मशीन एवं 69 आरएनए एक्सट्रेक्टर मशीन उपलब्ध हंै। उनका कहना था कि सभी राजकीय प्रयोगशालाओं में कोरोना वायरस की जांच निशुल्क की जा रही है, जबकि निजी प्रयोगशालाओं में इस जांच के लिए अधिकतम 350 रुपए लिए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सरकार पूरी तरह सजग और सतर्कता के साथ काम कर रही है तथा विभाग द्वारा संदिग्ध रोगी की प्रारंभिक अवस्था में पहचान करने के लिए रेंडम सैंपलिंग का कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि संक्रमितों के उपचार के लिए राज्य सरकार द्वारा कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है तथा इस समय राज्य के 429 चिकित्सा संस्थानों से कोविड-19 रोगियों का उपचार किया जा रहा है, जिसमें 282 कोरोना केयर सेन्टर, 87 समर्पित कोरोना हेल्थ सेन्टर और 60 समर्पित कोरोना हॉस्पिटल हैं। उन्होंने बताया कि 225 निजी चिकित्सालयों को कोरोना के उपचार के लिए अधिकृत किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में राज्य में 42886 आइसोलेशन बेड, 8532 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड व 2326 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 रोगियों के उपचार के लिए 1,749 वेन्टीलेटर उपलब्ध हैं और सभी उपजिला एवं जिला अस्पतालों में केंद्रीकृत ऑक्सीजन पाइपलाइन स्थापित की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि राज्य में 43 स्थानों पर ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित किया जाना प्रस्तावित है, जिसमें 25 प्लांट स्थापित किये जा चुके हैं तथा शेष 18 प्रक्रियाधीन हैं।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि संदिग्ध कोरोना रोगियों को निगरानी में रखने या उपचार के लिए अब तक 1 लाख 14 हजार 288 क्वारंटाइन बेड व 42,886 आइसोलेशन बेड चिह्नित किए जा चुके हैं।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि भले ही राज्य में मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है लेकिन हजारों की संख्या में मरीज संक्रमणमुक्त भी हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार तक कुल मिलाकर 3 लाख 62 हजार 526 रोगी उपचार के बाद स्वस्थ होकर सकुशल घर लौटे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमन में राज्य में 1 लाख 17 हजार 294 उपचाररत मरीज हैं।