केरल में बाढ़ से भयंकर तबाही, अब तक 324 की मौत, जायजा लेने पहुंचे मोदी

केरल में बाढ़ से भयंकर तबाही, अब तक 324 की मौत, जायजा लेने पहुंचे मोदी

flood in kerala

तिरुवनंतपुरम/वार्ता। केरल में लगातार भारी बारिश के कारण आई प्रलयंकारी बाढ़ से अब तक 324 लोगों की मौत हो गई है और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मदद की अपील की है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से किए गए एक ट्वीट के मुताबिक केरल 100 वर्षों में सबसे भीषण बाढ़ से जूझ रहा है। बाढ़ के कारण 324 लोगों की मौत हो गई है और 2,23,139 लोग 1,500 से अधिक राहत शिविरों में रह रहे हैं।

Dakshin Bharat at Google News
इडुक्की, वायनाड और मल्लापुरम जिले इस प्राकृतिक आपदा से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, जहां भूस्खलन की सबसे अधिक घटनाएं हुई हैं और सर्वाधिक संख्या में लोगों की मौत हुई है। मुख्यमंत्री ने केरल के लोगों की मदद के लिए सभी से आगे बढ़ कर दान देने की अपील की है। बाढ़ के कारण राज्य को 68.27 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।

फसलों को भी नुकसान
राजस्व विभाग की ओर से जारी आंकड़े के अनुसार राज्य को कुल 68.27 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। मकानों के ध्वस्त होने से 13.09 करोड़ रुपए और फसलों के बरबाद होने से 55.18 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। सूत्रों ने बताया कि राज्य के अलग-अलग हिस्सों में गुरुवार की शाम तक करीब 331 मकान पूरी तरह और 2,526 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए जबकि 3,393—3,200 हेक्टेयर क्षेत्र में लगी फसल नष्ट हो गई।

राहत शिविरों में लोग
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से कम से कम 52,856 परिवारों के 2.23 लाख लोगों को सुरक्षित 1568 शिविरों में पहुंचाया गया है। इस प्राकृतिक आपदा के कारण लोगों का जीवन बेहाल है। ग्यारह लोग लापता हैं और 41 लोग घायल हो चुके हैं। सरकार ने भारी बारिश और कई इलाकों के पानी में डूबे होने के कारण सभी शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश की घोषणा कर दी है।

बंद किया कोच्चि हवाईअड्डा
कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा और उसके आसपास के क्षेत्रों में पानी भरे होने के कारण विमानों का परिचालन 26 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। रेल सेवाएं विशेषकर एर्नाकुलम और त्रिशूर के बीच बाधित हैं और सड़क यातायात भी प्रभावित हुआ है। सेना, नौसेना और वायु सेना के जवान युद्ध स्तर पर राहत बचाव कार्य में जुटे हैं।

अब तक की सबसे भीषण आपदा
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण में एक सूत्र ने बताया, केरल में अब तक की सबसे भीषण बारिश एवं बाढ़ जनित आपदाओं में गुरुवार को सिर्फ एक दिन में 106 लोगों की जान गई। मानसून के दूसरे चरण में आठ अगस्त के बाद से मंगलवार तक 67 लोगों की मौत हुई थी। सेना, नौसेना, वायुसेना और एनडीआरएफ कर्मियों ने बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित एर्नाकुलम, पथनमथिट्टा और त्रिशूर जिलों से शुक्रवार सुबह वहां फंसे लोगों को निकालने का काम शुरू किया।

मछुआरे भी बने मददगार
शुक्रवार सुबह से छोटे बच्चों समेत कई बुजुर्ग एवं महिलाओं को बचाया गया। अलुवा, कालाडी, पेरुम्बवूर, मुवाट्टुपुझा एवं चालाकुडी में फंसे लोगों को निकालने के कार्य में मदद के इरादे से स्थानीय मछुआरे भी अपनी-अपनी नौकाएं लेकर बचाव अभियान में शामिल हुए हैं। सुबह सात बजे की मौसम की रिपोर्ट में आज राज्य के विभिन्न इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है।

विदेशों से प्रियजन के लिए गुहार
रिपोर्ट के अनुसार पथनमथिट्टा, तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, अलपुझा, कोट्टायम, इडुक्की, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्क़ड, मलप्पुरम, कोझिकोड और वायनाड जिलों में 60 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और ब्रिटेन में रह रहे प्रवासी केरलवासी अपने-अपने प्रियजन की मदद की खातिर टीवी चैनलों के माध्यम से अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं।

ऑस्ट्रेलिया से सौम्या ने कहा कि उसके माता-पिता और रिश्तेदार पिछले दो दिन से अलुवा में फंसे हैं। एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि उसकी एक बजुर्ग रिश्तेदार मैरी वर्गीज को ऑक्सीजन सिलेंडर की बहुत सख्त जरूरत है और उनकी हालत बिगड़ती जा रही है। एक व्हाट्सऐप वीडियो में बाढ़ में फंसी एक महिला अपने छह साल के बच्चे के साथ मदद की अपील करती दिख रही है।

वीडियो में महिला कहती है, हमारे पास न खाना है न पानी। कृपया हमारी मदद करें। प्रधानमंत्री के निर्देशों पर रक्षा मंत्रालय ने राज्य में राहत एवं बचाव अभियानों के लिए सेना के तीनों अंगों से नई टीम भेजी है। राज्य में करीब डेढ़ लाख बेघर एवं विस्थापित लोगों ने राहत शिविरों में शरण ले रखी है। करीब 540 कर्मियों वाली राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 12 अतिरिक्त टीम को भी केरल भेजा गया है।

यातायात और चिकित्सा सुविधाएं बाधित
इस बीच, 26 अगस्त तक कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर विमानों का परिचालन बंद रहेगा क्योंकि रनवे पर भी पानी भर गया है। सूत्रों ने बताया कि 25 से अधिक ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया गया है और उनके समय में परिवर्तन किया गया है। बहरहाल अब तक कोच्चि मेट्रो की सेवाएं बाधित नहीं हुई हैं।

कोच्चि स्थित निजी अस्पताल एस्टर मेडी सिटी में बाढ़ का पानी घुस जाने के कारण मरीजों को दूसरे अस्पताल में भर्ती किया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार ने राहत एवं पुनर्वास प्रयासों के लिए अतिरिक्त संसाधन जुटाने के मकसद से 30 नवंबर तक भारत निर्मित विदेशी शराब पर उत्पाद शुल्क बढ़ाने का फैसला किया है। समाचारों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केरल पहुंच चुके हैं। वे स्थिति का जायजा लेने के लिए क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।

Tags:

About The Author

Dakshin Bharat Android App Download
Dakshin Bharat iOS App Download