विश्व चैंपियनशिप में साइना को कांस्य पदक से करना पड़ा संतोष
विश्व चैंपियनशिप में साइना को कांस्य पदक से करना पड़ा संतोष
ग्लास्गो। भारत की साइना नेहवाल जापान की नोजोमी ओकूहारा के खिलाफ पहला गेम जीतने के बाद अपनी लय खो बैठी और उन्हें विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में शनिवार को २१-१२, १७-२१, १०-२१ से हारकर कांस्य पदक से संतोष करना प़डा।१२ वीं सीड साइना को सातवीं वरीय ओकूहारा ने एक घंटे १४ मिनट तक चले मुकाबले में हराकर महिला एकल के फाइनल में प्रवेश कर लिया। साइना ने पहला गेम ब़डी आसानी से जीत लिया था लेकिन फिर वह अपनी लय को कायम नहीं रख पायीं और उनके हाथ से दूसरी . बार विश्व प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचने का मौका निकल गया। साइना वर्ष २०१५ में विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची थी और तब उन्हें स्पेन की कैरोलिना मारिन से हारकर रजत पदक से संतोष करना प़डा था। साइना का विश्व प्रतियोगिता में यह दूसरा पदक है। विश्व रैंकिंग में १६ वें नंबर की साइना का १२ वें नंबर की जापानी खिला़डी के खिलाफ इससे पहले तक करियर रिकार्ड ६-१ था। साइना ने इस वर्ष आल इंग्लैंड में ओकूहारा को पराजित भी किया था। साइना ने सेमीफाइनल में शानदार शुरुआत की और पहले गेम में ८-२ की ब़ढत बनाने के बाद पीछे मु़डकर नहीं देखा। उन्होंने अपनी ब़ढत को १५-६ और १८-१० पहुंचाते हुए २१-१२ पर पहला गेम समाप्त कर दिया। यहां लग रहा था कि साइना आसानी से मैच जीत जाएगी लेकिन ओकूहारा के इरादे कुछ और ही थे। जापानी खिला़डी ने दूसरे गेम में अच्छी शुरुआत करते हुए ४-० की ब़ढत बनाई। साइना ने ओकूहारा को ९-९ की बराबरी पर जा पक़डा। ओकूहारा फिर १३-१० और १५-१२ से आगे हो गईं। साइना ने १५-१५ से बराबरी की। ओकूहारा ने १७-१७ के स्केार पर लगातार चार अंक लेकर दूसरा गेम २१-१७ से जीत लिया। निर्णायक गेम में साइना का दमखम जवाब दे गया। ओकूहारा ने निर्णायक गेम में १-३ के स्कोर पर लगातार नौ अंक लिए और १०-३ की ब़ढत बनाने के बाद मैच पर अपना शिकंजा कस दिया। साइना के पास अब वापसी करने का कोई मौका नहीं रह गया और ओकूहारा ने तीसरा गेम २१-१० से निपटाते हुए मैच समाप्त कर दिया।