भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ पारी के अंतर से जीता पहला टेस्ट
भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ पारी के अंतर से जीता पहला टेस्ट
इंदौर/भाषा। तेज गेंदबाजों के एक और दमदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने बांग्लादेश को पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में शनिवार को यहां तीसरे दिन ही पारी और 130 रन के विशाल अंतर से हराकर दो मैचों की शृंखला में 1-0 से बढ़त बनाई।
भारत ने सुबह अपनी पहली पारी छह विकेट पर 493 रन पर समाप्त घोषित करके 343 रन की बड़ी बढ़त हासिल की थी। पहली पारी में केवल 150 रन बनाने वाले बांग्लादेश के बल्लेबाज दूसरी पारी में भी नहीं चल पाए और उसकी पूरी टीम तीसरे दिन तीसरे सत्र में 213 रन पर आउट हो गई।अब दोनों टीमें 22 नवंबर से कोलकाता में दूसरा टेस्ट मैच खेलेंगी जो गुलाबी गेंद से खेला जाएगा। यह शृंखला विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के अंतर्गत खेली जा रही है और इस जीत से भारत को 60 अंक मिले जिससे वह कुल 300 अंक के साथ तालिका में शीर्ष पर बना हुआ है।
भारतीय जीत के नायक उसके तेज गेंदबाज और सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल रहे, जिन्हें उनकी 243 रन की शानदार पारी के लिये ‘मैन आफ द मैच’ चुना गया। पहली पारी में तीन विकेट लेने वाले मोहम्मद शमी ने दूसरी पारी में भी कमाल दिखाया तथा 31 रन देकर चार विकेट लिए। उनके साथी तेज गेंदबाजों उमेश यादव (51 रन देकर दो) और इशांत शर्मा (31 रन देकर एक) ने उनका अच्छा साथ दिया। आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (42 रन देकर तीन) ने भी अपना योगदान दिया।
भारत की बांग्लादेश पर यह दस मैचों में आठवीं जीत है। विराट कोहली की अगुवाई में भारत ने दसवीं बार पारी के अंतर से जीत दर्ज की जो भारतीय रिकार्ड है। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने नौ मैच पारी के अंतर से जीते थे।
बांग्लादेश की तरफ से दूसरी पारी में केवल अनुभवी मुशफिकुर रहीम ही कुछ संघर्ष कर पाए। उन्होंने शुरू में जीवनदान मिलने के बाद 150 गेंदों का सामना करके 64 रन बनाए। मुशफिकुर ने लिट्टन दास (35) के साथ छठे विकेट 63 रन और मेहदी हसन मिराज (38) के साथ सातवें विकेट के लिए 59 रन की साझेदारी की।
बांग्लादेश की दूसरी पारी की शुरुआत भी बेहद खराब रही। उमेश ने बेहतरीन आउटस्विंगर (बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिये इनस्विंगर) पर इमरुल कायेस (छह) को बोल्ड किया। कायेस शुरू से ही संघर्ष करते हुए नजर आए और उमेश ने जल्द ही उनका लेग स्टंप भी उखाड़ दिया।
युवा शादमन इस्लाम (छह) को इशांत ने अपनी तेजी और मूवमेंट से लगातार परेशान किया और उनकी एक गेंद ने जल्द ही इस बल्लेबाज के मिडिल स्टंप से गिल्ली हवा में उड़ा दी। बांग्लादेश की उम्मीद कप्तान मोमिनुल हक (सात) पर टिकी थी लेकिन वह शुरू से परेशानी में दिखे।
उमेश की आफ स्टंप से बाहर जा रही गेंद पर उनके खिलाफ पगबाधा के लिए डीआरएस लिया गया जिसमें फैसला मोमिनुल के पक्ष में गया। शमी की कोण लेती गेंद पर वह साफ पगबाधा आउट थे, हालांकि कोहली को डीआरएस लेना पड़ा और इस बार उन्हें सफलता मिली।
शमी ने इसके बाद मोहम्मद मिथुन (18) को भी शार्ट पिच गेंद पर पवेलियन भेजा। बल्लेबाज ने इसे पुल करने की कोशिश में मिडविकेट पर मयंक अग्रवाल को आसान कैच थमाया। मुशफिकुर भी लंच से पहले पवेलियन लौट जाते थे लेकिन रोहित ने शमी की गेंद पर दूसरी स्लिप में उनका आसान कैच छोड़ दिया।
भारत को दूसरे सत्र में महमुदुल्लाह (15) और लिट्टन के ही विकेट मिले। शमी ने महमदुल्लाह को आउट करके अपना तीसरा विकेट लिया। रोहित ने इस बार कैच लेने में कोई गलती नहीं की।
लिट्टन और मुशफिकुर ने लंच के बाद स्पिनरों को अच्छी तरह से खेला। लिट्टन हालांकि धैर्य नहीं बरत पाए और अश्विन ने फालोथ्रू में शानदार कैच लेकर उनकी पारी का अंत किया। यह अश्विन का टेस्ट क्रिकेट में 360वां विकेट था।
इसके बाद मेहदी ने भी तेजी से रन बनाने की रणनीति अपनायी लेकिन उमेश ने चाय के विश्राम के बाद पहले ओवर में ही उन्हें बोल्ड कर दिया। नए बल्लेबाज ताईजुल इस्लाम ने 43 गेंदों का सामना करने के बाद शमी की गेंद पर विकेट के पीछे कैच दिया।
मुशफिकुर की संघर्षपूर्ण पारी का अंत चेतेश्वर पुजारा ने मिड आफ पर बेहतरीन कैच लेकर किया। यह विकेट अश्विन के खाते में गया जिन्होंने इबादत हुसैन (एक) को आउट करके बांग्लादेश की पारी का भी अंत किया।