बठिंडा सैन्य ठिकाने पर गोलीबारी के मामले में अब तक यह जानकारी आई सामने
सेना ने बताया था कि गोलीबारी की घटना सुबह करीब साढ़े चार बजे हुई
त्वरित प्रतिक्रिया दल तत्काल सक्रिय हो गए और उन्होंने इलाके की घेराबंदी की
बठिंडा/नई दिल्ली/भाषा। पंजाब के बठिंडा में सैन्य ठिकाने पर बुधवार तड़के हुई गोलीबारी में चार सैनिकों की मौत हो गई। राज्य पुलिस ने इसे ‘आपस में हुई गोलीबारी’ की घटना बताया है।
सेना ने बताया था कि गोलीबारी की घटना सुबह करीब साढ़े चार बजे हुई, जिसके बाद त्वरित प्रतिक्रिया दल तत्काल सक्रिय हो गए और उन्होंने इलाके की घेराबंदी की।सेना की दक्षिण-पश्चिमी कमान ने एक बयान में कहा, इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में सेना के चार जवानों की जान चली गई। किसी अन्य के घायल होने या संपत्ति को किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
बयान के अनुसार, दो दिन पहले एक इंसास राइफल और उसकी 28 गोलियां गुम होने के साथ साथ, मामले से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को पूरे मामले की जानकारी दी है।
पंजाब के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एसपीएस परमार ने फोन पर बताया, यह कोई आतंकवादी हमला नहीं है, किसी बाहर वाले ने हमला नहीं किया। यह आपस में हुई गोलीबारी की घटना है।
उन्होंने कहा, ‘हम सेना के अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं।’
बठिंडा छावनी पुलिस थाने के थाना प्रभारी गुरदीप सिंह ने बताया कि मामले में अबतक किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है। जब उनसे पूछा गया कि किसने गोलीबारी की तो उन्होंने कहा कि अभी उनके पास इस संबंध में कोई सूचना नहीं है।
जब पूछा गया कि क्या इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है तो थाना प्रभारी ने कहा, हम मामले में प्राथमिकी दर्ज करेंगे। उनसे पूछा गया कि राइफल गुम होने की खबर पुलिस को कब दी गई तो उन्होंने बताया कि मंगलवार शाम को इसकी सूचना दी गई थी।
बठिंडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुलनीत सिंह खुराना ने पत्रकारों से कहा, यह कोई आतंकवादी हमला नहीं है। यह एक आंतरिक मामला है, यह आपस में हुई गोलीबारी का मामला प्रतीत होता है। हमारे जांच दल सभी फॉरेंसिक उपकरणों के साथ (सैन्य स्टेशन) अंदर पहुंच गए हैं। जांच की जा रही है।
सेना ने कहा कि इलाके को सील कर दिया है और मामले के तथ्यों का पता लगाने के लिए पंजाब पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त जांच की जा रही है।