'कोहिनूर' में नज़र आएगी महिलाओं की ज़िंदगी में संघर्ष और बदलाव की कहानी
यह नाटक एक सकारात्मक स्वर में हमारे बीच समाज में मानसिकता के बदलाव की गुहार है
यह नाटककार के रूप में संगीता घोषाल का पहला नाटक है
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। मशहूर थिएटर समूह 'फोरम थ्री' की ओर से नए नाटक 'कोहिनूर' का मंचन किया जाएगा। इस संबंध में जानकारी देते हुए आयोजकों ने बताया कि 29 जुलाई को शाम 3.30 और 7.30 बजे बेंगलूरु इंटरनेशनल सेंटर में इसका मंचन होगा। इसी तरह 5 अगस्त को शाम 3.30 और 7.30 बजे एलायंस फ़्रैन्काइज़ में मंचन किया जाएगा। नाटक की अवधि 90 मिनट है। इसकी भाषा हिंदी है।
बताया गया कि 'कोहिनूर' भारत के विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों, आर्थिक स्तर, आयु वर्ग और समय सीमा से चार महिलाओं की कहानी दर्शाता है। इन असमानताओं के बीच, एक बात जो स्थिर रहती है, वह यह है कि वे सभी विभिन्न तरीकों से और निश्चित रूप से आर्थिक रूप से सीमित हैं। वे कैसे अपने जीवन को बदलने की कोशिश करती रहती हैं, यह इसमें दिखाया गया है।आयोजकों ने बताया कि यह नाटक एक सकारात्मक स्वर में हमारे बीच समाज में मानसिकता के बदलाव की गुहार है, जो हमें चिंतन करने और बड़ी तस्वीर देखने के लिए प्रेरित करता है।
यह नाटककार के रूप में संगीता घोषाल का पहला नाटक है। उन्हें अनुवाद, निर्माण, अभिनय, सेट और पोशाक डिजाइनिंग का अनुभव है।
वहीं, श्रुति राव इस नाटक से निर्देशक के तौर पर डेब्यू कर रही हैं। वे 20 वर्षों से अधिक समय से बेंगलूरु में थिएटर कलाकार हैं। उन्हें अभिनय के साथ निर्माण, बैकस्टेज, साउंड आदि का अनुभव है। कला के प्रति अपने जुनून को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने कॉर्पोरेट क्षेत्र में पूर्णकालिक नौकरी भी छोड़ दी।