बजट में राम मंदिर निर्माण की घोषणा जनता के लिए, राजनीति के लिए नहीं: बोम्मई
उन्होंने इस संबंध में सभी से सहयोग का अनुरोध करते हुए कहा कि वहां मंदिर जरूर बनेगा
बोम्मई ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने लोगों की इच्छा के अनुरूप यह घोषणा की है
शिग्गावी/भाषा। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने रविवार को कहा कि उन्होंने रामनगर जिले के रामदेवरा बेट्टा में लोगों की इच्छा के अनुरूप 'भव्य' राम मंदिर के निर्माण की घोषणा की है और इसके पीछे कोई राजनीतिक कारण नहीं है।
उन्होंने इस संबंध में सभी से सहयोग का अनुरोध करते हुए कहा कि वहां मंदिर जरूर बनेगा।बोम्मई ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘मैंने कांग्रेस, जद (एस) या भाजपा को ध्यान में रखते हुए इसकी घोषणा नहीं की। उस स्थान की एक ऐतिहासिक पहचान है, वहां ऐतिहासिक रामदेवरा बेट्टा (पहाड़ी) है, वहां लंबे समय से एक पुराना राम मंदिर है, और यह लोगों की इच्छा है कि वहां एक नया राम मंदिर बनाया जाए।’
बोम्मई ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने लोगों की इच्छा के अनुरूप यह घोषणा की है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इसमें हर कोई सहयोग करेगा और कोई भी परियोजना का विरोध नहीं करेगा।
उन्होंने कहा, अगर कोई विरोध करना चाहता है, तो उसे करने दें। मैं विरोध नहीं करूंगा, लेकिन वहां राम मंदिर जरूर बनेगा।
मुख्यमंत्री द्वारा शुक्रवार को बजट में यह घोषणा किए जाने के तुरंत बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा था, वहां पहले से ही एक छोटा मंदिर है, अब उनके पास (सत्तारूढ़ भाजपा) निर्माण करने के लिए क्या है? उन्हें रामनगर में वहां पहले अपना पार्टी कार्यालय बनाने दें।
जद (एस) के नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा था, अगर उन्होंने (भाजपा) तीन साल पहले सत्ता में आने पर इसकी घोषणा की होती और मंदिर का निर्माण किया होता, तो मैं इसकी सराहना करता। अब, जब चुनाव नजदीक है तो उन्होंने घोषणा की है। यह बस बजट बुक में ही रहेगा।
उन्होंने कहा, अगर राम मंदिर बनाना है, तो सत्तारूढ़ भाजपा ऐसा नहीं कर सकती। मुझे पता है कि अगली सरकार कौन बनाएगा, इसलिए मुझे यह करना होगा।