मैं भी 'शीश महल' बना सकता था, देशवासियों को पक्का घर मिले, यही मेरा सपना था: मोदी
उन्होंने आम आदमी पार्टी पर खूब शब्दबाण छोड़े
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नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली में विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) पर खूब शब्दबाण छोड़े।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह वर्ष विश्व में भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को और सशक्त करने का, भारत को दुनिया का बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने का, युवाओं को नए स्टार्टअप और एंटरप्रेन्योरशिप में आगे बढ़ाने का, नए कीर्तिमानों का होगा। उन्होंने कहा कि यह वर्ष महिला विकास के हमारे मंत्र को नई ऊंचाई देने का, ईज ऑफ लिविंग और क्वालिटी ऑफ लाइफ बढ़ाने का होगा।प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2025 भारत के विकास के लिए अनेक नई संभावनाएं लेकर आ रहा है। दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनने की ओर हमारी यात्रा इस वर्ष और तेज होने वाली है। आज भारत, दुनिया में राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता का प्रतीक बना है। साल 2025 में भारत की यह भूमिका और सशक्त होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पूरा देश एकजुट होकर विकसित भारत के निर्माण के लिए काम कर रहा है। हमारा संकल्प है कि हर नागरिक के पास पक्का घर हो और हम इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। इस लक्ष्य को साकार करने में दिल्ली की अहम भूमिका है। यही वजह है कि भाजपा की केंद्र सरकार ने झुग्गियों की जगह पक्के मकान बनाने की पहल शुरू की है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब देश उथल-पुथल भरे दौर से गुज़र रहा था, इंदिरा गांधी की तानाशाही सरकार और आपातकाल के खिलाफ़ संघर्ष कर रहा था, तब मैं और मेरे कई साथी भूमिगत आंदोलन का हिस्सा थे। उस दौरान अशोक विहार मेरा घर था और आज भी अशोक विहार जाने पर पुरानी यादें ताज़ा हो जाती हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं विशेष रूप से उन साथियों को, उन माताओं, बहनों को बधाई देता हूं, जिनकी एक तरह से नई जिंदगी शुरू हो रही है। झुग्गी की जगह पक्का घर, अपना घर ... यह नई शुरुआत ही तो है। जिनको ये घर मिले हैं, ये उनके स्वाभिमान का घर हैं, ये आत्मसम्मान का घर हैं, ये नई आशाओं और नए सपनों का घर हैं। मैं आप सभी की खुशियों में आपके उत्सव का हिस्सा बनने यहां आया हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 'स्वाभिमान अपार्टमेंट्स,' गरीबों के स्वाभिमान को, उनकी गरिमा को बढ़ाने वाले हैं। इन घरों के मालिक भले ही दिल्ली के अलग-अलग जगहों के लोग हों, लेकिन ये सब के सब मेरे परिवार के ही सदस्य हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश भलीभांति जानता है कि मोदी ने कभी अपने लिए घर नहीं बनाया, लेकिन बीते 10 वर्षों में 4 करोड़ से अधिक लोगों का सपना पूरा किया है। मैं भी कोई शीश महल बना सकता था, लेकिन मेरे लिए तो मेरे देशवासियों को पक्का घर मिले, यही सपना था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत बनाने में बहुत बड़ी भूमिका हमारे शहरों की है। जहां दूर-दूर से लोग सपने लेकर आते हैं और बड़ी ईमानदारी से उन सपनों को पूरा करने में जिंदगी खपा देते हैं। इसलिए केंद्र की भाजपा सरकार शहरों में रहने वाले हर परिवार को क्वालिटी ऑफ लाइफ देने में जुटी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली वालों ने 'आप-दा' के विरुद्ध जंग छेड़ दी है। दिल्ली का वोटर, दिल्ली को 'आप-दा' से मुक्त करने की ठान चुका है। वो कह रहा है- आप-दा को नहीं सहेंगे, बदलकर रहेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 10 वर्षों से दिल्ली एक बड़ी 'आप-दा' से घिरी है। अन्ना हजारे को सामने करके कुछ कट्टर बेईमान लोगों ने दिल्ली को आप-दा में धकेल दिया। शराब के ठेकों में घोटाला, बच्चों के स्कूल में घोटाला, गरीबों के इलाज में घोटाला, भर्तियों के नाम पर घोटाला ... ये लोग दिल्ली के विकास की बात करते थे, लेकिन 'आप-दा' बनकर दिल्ली पर टूट पड़े हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं तो दिल्ली वालों को मुफ्त इलाज की सुविधा देने वाली 'आयुष्मान भारत' योजना का लाभ देना चाहता हूं। 'आप-दा' सरकार को दिल्ली वालों से बड़ी दुश्मनी है। पूरे देश में आयुष्मान योजना लागू है, लेकिन इस योजना को आप-दा वाले यहां (दिल्ली) लागू नहीं होने दे रहे। इसका नुकसान दिल्ली वालों को उठाना पड़ रहा है।