कामरा की टिप्पणी किसी व्यक्ति के खिलाफ बोलने के लिए 'सुपारी' लेने जैसा: एकनाथ शिंदे

उन्होंने कहा, 'प्रतिक्रिया का कारण बनती है क्रिया'

कामरा की टिप्पणी किसी व्यक्ति के खिलाफ बोलने के लिए 'सुपारी' लेने जैसा: एकनाथ शिंदे

Photo: mieknathshinde FB Page

मुंबई/दक्षिण भारत। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हास्य कलाकार कुणाल कामरा द्वारा उन पर किए गए कटाक्ष की तुलना किसी के खिलाफ बोलने की 'सुपारी' लेने से की और कहा कि ऐसा करते समय मर्यादा बनाए रखी जानी चाहिए, अन्यथा क्रिया की प्रतिक्रिया होगी।

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शिंदे ने सोमवार को कामरा की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, लेकिन इसकी भी एक सीमा होनी चाहिए।

बता दें कि स्टैंड-अप कॉमेडियन ने अपने शो में शिंदे के राजनीतिक करियर पर कटाक्ष करके महाराष्ट्र में बड़ा राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है।

कामरा ने फिल्म 'दिल तो पागल है' के एक लोकप्रिय हिंदी गाने की पैरोडी की थी, जिसमें जाहिर तौर पर शिंदे के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने महाराष्ट्र में हुए राजनीतिक घटनाक्रमों, जिसमें शिवसेना और राकांपा में विभाजन भी शामिल है, पर चुटकुले बनाए।
 
रविवार रात शिवसेना के सदस्यों ने मुंबई के खार इलाके में स्थित हैबिटेट कॉमेडी क्लब को नुकसान पहुंचाया, जहां कामरा का शो हुआ था। साथ ही उस होटल को भी नुकसान पहुंचाया, जिसके परिसर में यह क्लब स्थित है।

शिंदे ने एक कार्यक्रम में कहा, 'अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है। हम व्यंग्य को समझते हैं, लेकिन इसकी एक सीमा होनी चाहिए। यह किसी के खिलाफ बोलने के लिए सुपारी लेने जैसा है।'

शिवसेना सदस्यों द्वारा उस स्टूडियो में तोड़फोड़ करने के बारे में जहां कामरा ने प्रस्तुति दी थी और उक्त टिप्पणियां की थीं, शिंदे ने कहा कि दूसरे व्यक्ति को भी एक निश्चित स्तर बनाए रखना चाहिए।

उन्होंने कहा, 'अन्यथा, क्रिया प्रतिक्रिया का कारण बनती है।'

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