मैंने नहीं कहा कि संविधान में बदलाव किया जाना चाहिए: डीके शिवकुमार
कहा- 'यह भाजपा का दुष्प्रचार अभियान'

Photo: DKShivakumar.official FB Page
'मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा'
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। संविधान के संबंध में अपने बयान को 'तोड़-मरोड़ कर पेश करने' के लिए भाजपा पर हमला बोलते हुए उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि वे गलत सूचना अभियान चलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।
जब उनसे भाजपा द्वारा की गई आलोचना के बारे में पूछा गया कि एक निजी टीवी चैनल पर उनके बयान में संविधान को बदलकर मुसलमानों के लिए धर्म आधारित आरक्षण देने की बात कही गई थी, तो उन्होंने कहा, 'भाजपा मेरे बयान को तोड़-मरोड़ रही है। मैं 36 साल से सार्वजनिक जीवन में हूं। मेरे पास बुनियादी समझ है, लेकिन भाजपा लोगों को गुमराह कर रही है। मेरा नाम भाजपा के गलत सूचना आधारित अभियान में घसीटा जा रहा है।'
उन्होंने कहा, 'मैंने सिर्फ इतना कहा था कि अदालत के आदेशों के आधार पर संविधान को बदलने का पहले से उदाहरण है। मैंने कभी नहीं कहा कि हम संविधान को बदलेंगे। कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है, जिसने सबसे पहले संविधान दिया। हम संविधान के महत्त्व को दूसरों से बेहतर समझते हैं। केंद्र ने हाल के बजट में लोगों को निराश किया है, इसलिए यह अन्य मुद्दों को उठाने की कोशिश कर रहा है। यह भाजपा की लगातार चल रही राजनीतिक साजिश का हिस्सा है।'
अमित मालवीय द्वारा 'एक्स' पर की गई एक पोस्ट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'वे देश को गुमराह कर रहे हैं। भाजपा ने हमेशा देश को गलत रास्ते पर ले जाने की कोशिश की है। उन्हें यह साबित करने दें कि मैंने कहा कि संविधान को बदलने की जरूरत है। यह भाजपा की ओछी राजनीति है। अगर वे सोनिया गांधी, उनके परिवार और कांग्रेस का नाम न लें तो उन्हें नींद नहीं आती। भाजपा जानकारी को गलत तरीके से पेश करने और प्रचार अभियान चलाने में माहिर है।'
जब उनसे एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के उस बयान के बारे में पूछा गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे संविधान में बदलाव नहीं होने देंगे, तो उन्होंने कहा, 'हमारी वह पार्टी है, जिसने देश को संविधान दिया। इसे बनाए रखना हमारा कर्तव्य है। यह भाजपा की अपनी कमजोरियों को छिपाने की साजिश है।'
यह पूछे जाने पर कि 4 प्रतिशत आरक्षण मुसलमानों को किन मानदंडों के तहत दिया गया, उन्होंने कहा, 'आरक्षण पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट के आधार पर दिया गया है। यह मुद्दा महाराष्ट्र, हरियाणा और कुछ अन्य राज्यों में अदालत में है। विभिन्न राज्यों में अदालत के आदेशों के आधार पर कुछ बदलावों की अनुमति दी गई है।'
संबित पात्रा के उस बयान पर कि संविधान को बदलना हमेशा कांग्रेस और गांधी परिवार की सोच रही है, उन्होंने कहा, 'यह कांग्रेस के खिलाफ पूरी तरह से एक साजिश है।'
उन्होंने कहा, 'मैं उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा, जो मेरे बयानों को तोड़-मरोड़ रहे हैं। अगर ये बयान सदन के भीतर दिए गए हों तो ऐसा करना मुश्किल होगा, लेकिन अगर ये संसद के बाहर दिए गए तो मैं निश्चित रूप से कार्रवाई करूंगा।'
यह पूछे जाने पर कि क्या मीडिया ने उनके बयान को तोड़ा-मरोड़ा है, डीके शिवकुमार ने कहा, 'मीडिया की रिपोर्टिंग में कुछ भी गलत नहीं है। भाजपा ने मेरे बयानों को तोड़ा-मरोड़ा है और अनावश्यक रूप से मेरा नाम इसमें घसीट रही है।'