'ट्रंप टैरिफ' का भारत के टेक्सटाइल क्षेत्र पर कितना असर होगा?
ट्रंप ने भारत पर 26 प्रतिशत रियायती पारस्परिक शुल्क लगाने की घोषणा की है

Photo: @WhiteHouse YouTube Channel
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। उद्योग विशेषज्ञों ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका के जवाबी टैरिफ से अल्पावधि में भारतीय टेक्सटाइल क्षेत्र पर असर पड़ेगा। हालांकि, अन्य देशों की तुलना में भारत को अभी भी लागत के मामले में अपेक्षाकृत लाभ है।
अमेरिका ने भारत पर 27 प्रतिशत पारस्परिक टैरिफ की घोषणा करते हुए कहा है कि नई दिल्ली अमेरिकी वस्तुओं पर उच्च आयात शुल्क लगाती है, जबकि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन का लक्ष्य अमेरिका के व्यापार घाटे को कम करना और विनिर्माण को बढ़ावा देना है।अपोलो फैशन इंटरनेशनल के अध्यक्ष शिराज असकरी ने कहा, 'अमेरिका को भारतीय फुटवियर और परिधान निर्यात पर 27 प्रतिशत टैरिफ एक बड़ी चुनौती है, खासकर कम मार्जिन पर काम करने वाले व्यवसायों के लिए। यह अल्पावधि में मूल्य निर्धारण और मांग को प्रभावित करेगा।'
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 26 प्रतिशत रियायती पारस्परिक शुल्क लगाने की घोषणा की है, जो अमेरिकी वस्तुओं पर भारत द्वारा लगाए गए 52 प्रतिशत शुल्क का आधा है, तथा उन्होंने भारत को बहुत-बहुत कठोर बताया।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस के रोज गार्डन से टिप्पणी करते हुए कहा, 'यह मुक्ति दिवस है, एक ऐसा दिन जिसका हम लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। दो अप्रैल, 2025 को हमेशा याद किया जाएगा, क्योंकि यह वह दिन था जब अमेरिकी उद्योग का पुनर्जन्म हुआ, वह दिन जब अमेरिका के भाग्य को पुनः प्राप्त किया गया, और वह दिन जब हमने अमेरिका को फिर से समृद्ध बनाना शुरू किया। इसे समृद्ध और अच्छा बनाने जा रहे हैं।'
उन्होंने कहा, 'दशकों से, हमारे देश को निकट और दूर के देशों, मित्र और शत्रु दोनों द्वारा लूटा गया, लूटा गया। अमेरिकी स्टीलवर्कर्स, ऑटो वर्कर्स, किसान और कुशल कारीगर ... उन्होंने वास्तव में बहुत कष्ट झेले। उन्होंने पीड़ा में देखा कि कैसे विदेशी नेता हमारी नौकरियां छीन रहे हैं। विदेशी धोखेबाजों ने हमारी फैक्ट्रियों में लूटपाट की और विदेशी कूड़ा बीनने वालों ने हमारे कभी खूबसूरत अमेरिकी सपने को तहस-नहस कर दिया।'
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